उत्तर बिहार में 48 घंटे की बारिश का असर अब दिखने लगा है। शनिवार को भी बादल छाए रहे पर कहीं-कही बारिश हुई। इससे लोगों ने राहत की सांस ली है। उधर, दो दिन हुई बारिश के कारण अधिकांश नदियां उफान पर है। इससे कई जगहों नदी पर बनाए गए चचरी पुल बह गए। गंडक नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। शनिवार को वाल्मीकिनगर गंडक बराज से अबतक का सर्वाधिक 1.30 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे गंंडक दियारा में पानी फैलने लगा है। उधर, कोसी और बागमती में भी पानी का दबाव बढ़ रहा है। शिवहर के डूब्बा घाट में बागमती नदी का जलस्तर 60.90 मीटर पर पहुंच गया था, जो खतरे के निशान से मात्र 38 सेंटीमीटर कम था। इधर, समस्तीपुर के कल्याणपुर में झोपड़ी पर पेड़ गिरने से दबकर अधेड़ की मौत हो गई।

वहीं पूसा के महमदपुर देवपार व धोबगामा में घर गिरने से चार लोग घायल हो गए। दरभंगा में वज्रपात से एक की मौत हो गई।

पश्चिम चम्पारण में गंडक सहित पहाड़ी नदियों का तांडव शुरू:
पश्चिम चम्पारण जिले में बारिश से गंडक सहित हरहा, मसान, सिंगा, भलुई, धमनाहा, रघिया, पंडई आदि पहाड़ी नदियां उफान पर हैं। गंडक नदी बगहा शहर के मंगलपुर गांव से सटकर बह रही है। रामनगर के देवराज की जोगिया पंचायत के खरहइया टोला के समीप रामनगर-इनारबरवा बहुअरी सड़क मसान में आई बाढ़ में बह गयी। इससे पंचायत में बाढ़ का पानी घुसने का खतरा उत्पन्न हो गया है। दोन क्षेत्र सेनाही टोला के पास हरहा नदी में आई बाढ़ में शुक्रवार को दो ट्रैक्टर बह गये। शनिवार को धार की रफ्तार कम होने पर ग्रामीणों ने ट्रैक्टर को ढूंढ़ निकाला। इधर, बगहा-1 की दो पंचायतों में मसान में आई बाढ़ का पानी घुस गया है। पानी लोगों के घरों में घुसने का खतरा है। इधर, चार दिनों से हो रही बारिश से जिले में लगी लगभग एक हजार हेक्टेयर में सब्जी की फसल बर्बाद हो गई। वहीं मक्के व लीची की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचा है। धान के बिचड़े पानी में डूब गये।

मधुबनी शहर के आधा दर्जन मोहल्ले बारिश के पानी से घिरे:
तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश में शहर के करीब आधा दर्जन मोहल्ले शनिवार को डूब गये। जिले में औसत 83.1 एमएम वर्षा हुई है। शहर के विनोदानंद झा कालोनी, आदर्श नगर, चकदह, रांटी, बिजली कालोनी, महिला कॉलेज रोड सहित कई मोहल्लों में एक से डेढ़ फुट जलजमाव हो गया है। जल निकासी नहीं होने से परेशानी अधिक बढ़ी है। शहर के भौआरा मोहल्ला में एक मकान भी गिरने की सूचना है।
इधर मधेपुर प्रखण्ड में कोसी, भूतही बलान, तिलयुगा नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है। मधेपुर प्रखंड के कोसी तटबंध के अंदर बकुआ घाट के पास ग्रामीणों द्वारा बनाया गया चचरी पुल बह गया।

समस्तीपुर के खानपुर में बूढ़ी गंडक का तटबंध क्षतिग्रस्त, आवागमन बाधित
समस्तीपुर जिले में दो दिनों की बारिश से मसीना रोसडा मुख्य सड़क में मुर्गियाचक में बूढ़ी गंडक नदी का बायां तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं कल्याणपुर और पूसा प्रखंड में घर पर पेड़ गिर जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी जाकि चार लोग जख्मी हो गये। इन हादसों से दोनों जगह आसपास के लोगों में अफरातफरी मची रही। बूढ़ी गंडक का तटबंध क्षतिग्रस्त होने से उसपर बनी सड़क पर आवागमन बाधित हो गया है। इससे मुर्गियाचक, बछौली, सोनसा, नत्थू द्वार, सहित खानपुर प्रखंड के दक्षिणी इलाके के करीब दर्जन गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से भंग हो गया है। कई गांव के लोग कोसों घूमकर अपने गंतव्य तक जाने को विवश हैं।

पूर्वी चम्पारण में कई जगह घर गिरे, बिजली के टूटे तार से सटकर दो की मौत:
पूर्वी चम्पारण जिले में शुक्रवार को चक्रवाती तूफान से भारी क्षति हुई है। आम, लीची, हरी सब्जी सहित अन्य फसल को अधिक नुकसान हुआ है। सुगौली में तेज आंधी से कई घर उड़कर नदी की धार में समा गए हैं। कुंडवा चैनपुर में तेज हवा से दो घर गिर गए। केसरिया व फेनहरा में गिरे बिजली तार से सटकर एक किशोर सहित दो की मौत हो गई है। केसरिया व डुमरिया घाट में तूफान के दौरान गायब बिजली अब तक नहीं पहुंची है।

सीतामढ़ी के बागमती का जलस्तर बढ़ा, बेलसंड में चचरी पुल बहा
सीतामढ़ी जिले में आंधी-तूफान से जहां एक ओर फसल को काफी क्षति हुई है, वहीं दूसरी ओर जिले से बहने वाली नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि दर्ज की गई है। बागमती, लालबकेया सहित अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में काफी वृद्धि हुई है। बेलसंड के चंदौली घाट पर बना चचरी पुल बह गया। उधर, शहरी इलाकों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में जगह जगह जलजमाव है। कई इलाकों में शनिवार की शाम को बिजली की आपूर्ति करीब 60 घंटो बाद शुरू हो सकी।
इधर, शिवहर के डूबा घाट में बागमती का जलस्तर 60.90 मीटर पर पहुंच गया था। दोपहर के बाद से जिला स्तर में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया है। बागमती कार्य प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता विमल कुमार ने बताया कि धीरे-धीरे जलस्तर में कमी आ रही है। इधर, कीचड़ के कारण लगातार तीसरे दिन भी एनएच 104 के शिवहर सीतामढ़ी खंड तथा शिवहर मोतिहारी भाया बेलवा पथ में आवागमन बाधित रहा।

दरभंगा शहर के 48 में से 20 वार्डों में एक से डेढ़ फीट पानी :
दरभंगा जिले में पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से शहर जलमग्न हो गया है। दो दिनों में जिले में 160 एमएम बारिश दर्ज की गयी है। शहर के 48 में से 20 वार्डों में एक से डेढ़ फीट पानी जमा हो गया है। घरों में पानी घुसने से जनजीवन अस्तव्यत हो गया है। डीएमसीएच परिसर में जलजमाव से परेशानी बढ़ गयी है। डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि नगर निगम को छह घंटे के अंदर जलनिकासी का निर्देश दिया गया है। उधर, जिले की सभी प्रमुख नदियों में पानी बढ़ने लगा है। हालांकि फिलहाल बाढ़ जैसी स्थिति नहीं आयी है। लेकिन बाढ़ की आशंका से तटवर्ती इलाके के लोगों ने ऊंचे स्थानों की तलाश शुरू कर दी है। बारिश में कई जगहों पर कच्चे घर गिर गए हैं। बिजली तार पर पेड़ की डालियां गिरने से विद्युत आपूर्ति बाधित है। जाले प्रखंड की जाले पश्चिमी पंचायत में शनिवार को वज्रपात की चपेट में आने से भाजयुमो नेता आनंद अभिनव की मौत हो गयी। वे शादी की पूजा करवाकर घर लौट रहे थे। इसी क्रम में तेज बारिश के दौरान यह घटना हुई।

इनपुट : हिंदुस्तान

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