“अतिथि प्राध्यापकों ने सरकार से लगाई गुहार, क्यों नहीं उनकी नौकरी सुरक्षित कर रही सरकार”
“अतिथि प्राध्यापकों का यही है नारा, नियमित करो नौकरी हमारा”
मुजफ्फरपुर, बिहार राज्य विश्वविद्यालय अतिथि सहायक प्राध्यापक संघ के आह्वान पर पटना के गर्दनीबाग में बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर सहित ग्यारह विश्वविद्यालयों के 400 से अधिक अतिथि प्राध्यापक संयोजक डॉ सतीश कुमार दास एवं अध्यक्ष डॉ ललित किशोर की अगुवाई में महाधरना का आयोजन किया ।
संयोजक डॉ सतीश कुमार दास ने अतिथि प्राध्यापकों के मांगों का समर्थन किया और कहा कि अतिथि प्राध्यापकों के मांगों के लिए सड़क से सदन तक लगातार लड़ाई लड़ी जाएगी। सभी विश्वविद्यालय में अतिथि प्राध्यापकों के आने से गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक माहौल बना है और इनकी नियुक्ति यूजीसी के मापदंडों पर हुई है तो फिर इनकी सेवा नियमितीकरण क्यों नहीं?

अतिथि प्राध्यापकों ने लिया संकल्प:-
जब तक मांगे पूरी नहीं होगी तब तक इसी तरह के धरने का कार्यक्रम पटना में लगातार आयोजित किए जाएंगे। आगे के कार्यक्रम में संघ ने तय किया है कि सरकार यदि मांगों को नहीं मानती है तो वैसी स्थिति में पटना की सड़कों पर भिक्षाटन, बूट पॉलिश कार्यक्रम, विधानसभा एवं राजभवन मार्च एवं सामूहिक उपवास रखा जाएगा।
विधान पार्षद एवं विधायकों ने संयुक्त रूप से कहा कि अतिथि प्राध्यापकों की जायज मांगों का हम सभी समर्थन करते हैं। सरकार जल्द से जल्द इनकी मांगों को मांग कर सेवा का नियमितीकरण करें। इनके समर्थन में विधायक एवं सांसद भी सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे।

विकास और नौकरी का वादा करने वाली सरकार अतिथि प्राध्यापकों की सेवा का नियमितीकरण जल्द से जल्द करें। सरकार संवेदनात्मक व्यवहार करते हुए अतिथि प्राध्यापकों की सेवा को नियमित करें। गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक माहौल बनाने वाले अतिथि प्राध्यापकों से भेदभाव क्यों? यदि उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ी जाएगी।
कोरोनाकाल से लेकर अभी तक क्वालिटी एजुकेशन देने में अतिथि प्राध्यापकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उच्च शिक्षा को गति देने का काम किया। शिक्षकों की कमी को पूरी तन्मयता से अध्यापन कार्य कर पूरा किया है। इनकी सेवा का नियमितीकरण होना चाहिए।

मौके पर संघ के संयोजक डॉ सतीश कुमार दास, बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के अध्यक्ष डॉ ललित किशोर, संस्कृत विश्वविद्यालय दरभंगा के अध्यक्ष डॉ मुकेश प्रसाद निराला, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा के अध्यक्ष डॉ आदित्य आनंद, कोलकाता (वेस्ट बंगाल) गेस्ट टीचर एसोसिएशन की पदाधिकारी डॉ सुचेता कुंडू, बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के सचिव डॉ नीतेश कुमार, कोषाध्यक्ष डॉ बिरजू कुमार सिंह, डॉ लवली, डॉ स्मिता, डॉ विक्रम, डॉ स्मिता, डॉक आमोद प्रबोधी सहित सैकड़ों की संख्या में अतिथि प्राध्यापकों ने सभा को संबोधित किया।