राजदूत के लापता भाई को ढूंढ़ निकाला मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा ने!

_मानवाधिकार अधिवक्ता के नेतृत्व में दो सौ से अधिक मानवाधिकार कार्यकर्त्ता इस अभियान में लगे हुए थे!_

मुजफ्फरपुर – बेलारूस में भारत के राजदूत आलोक रंजन झा के अपने खास चचेरे भाई रवि कुमार झा की सुरक्षित तथा सकुशल बरामदगी हो चुकी है। रवि कुमार झा तमिलनाडु के रानीपेट जिले के अरक्कोनम नामक स्थान से सकुशल बरामद किए जा चुके है।

विदित हो कि रवि कुमार झा 05 मार्च 2024 से ही चेन्नई के पेरियामेट थाना क्षेत्र से गायब थे। इस सम्बन्ध में पेरियामेट थाना में मैन मिसिंग का प्राथमिकी दर्ज किया गया था। उसके बाद चेन्नई पुलिस अपने स्तर से जाँच में जुट गई। शुरुआत के एक सप्ताह तक चेन्नई पुलिस द्वारा काफी अच्छी तरह से जाँच किया गया। लेकिन उसके बाद पुलिस की जाँच से अधिवक्ता असंतुष्ट हो गये। उसके बाद उन्होंने मानवाधिकार के क्षेत्र में कार्य कर रहे कार्यकर्ताओं की पूरी फ़ौज लगा दी।

मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा के सकुशल नेतृत्व में मानवाधिकार के क्षेत्र में कार्य कर रहे करीब 200 से अधिक मानवाधिकार कार्यकर्त्ताओं की पूरी टीम तमिलनाडु, आँध्रप्रदेश, केरल, तेलंगाना और कर्नाटक के विभिन्न जगहो पर पड़ताल शुरू कर दिया। इसी क्रम में उन्हें जानकारी मिली कि तमिलनाडु के रानीपेट जिले के अरक्कोनम नामक स्थान पर रवि कुमार झा हैं। तत्पश्चात चेन्नई पुलिस अपने स्तर से कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी हैं। कागजी प्रक्रिया पूरी होते ही रवि कुमार अपने परिजनों के बीच होंगे।

मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा ने बताया कि लापता रवि कुमार झा की सुरक्षित एवं सकुशल बरामदगी कर पाना काफी चुनौतिपूर्ण कार्य था। लेकिन मुझे ईश्वर पर और मेरे काम पर पूरा भरोसा था, जिसका प्रतिफल है कि मैंने रवि कुमार झा की सकुशल एवं सुरक्षित बरामदगी कर लिया है। कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद रवि कुमार झा अपने परिजनों के बीच होंगे। रवि कुमार झा के पैतृक गाँव में खुशी की लहर है। उनके परिजनों एवं ग्रामीणों ने मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा को इस सफलता पर साधुवाद दिया है।