टोक्यो पैरालिंपिक खेलों में भारत के लिए मरियप्पन थंगावेलु (Mariyappan Thangavelu) ने सिल्वर और और शरद कुमार (Sharad Kumar) ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर फैंस को डबल खुशी का मौका दिया. दोनों ने हाई जंप के T63 इवेंट में मेडल हासिल किया. थंगावेलु ने रियो पैरालिंपिक के बाद लगातार दूसरा मेडल हासिल किया. इन दो मेडल के साथ ही भारत ने पहली बार पैरालिंपिक खेलों में दहाई का आंकड़ा पार किया. टोक्यो पैरालिंपिक खेलों में भारत के मेडल की कुल संख्या 10 हो गई है.

टी42 वर्ग में उन खिलाड़ियों को रखा जाता है जिनके पैर में समस्या है, पैर की लंबाई में अंतर है, मांसपेशियों की ताकत और पैर की मूवमेंट में समस्या है. इस वर्ग में खिलाड़ी खड़े होकर इवेंट में हिस्सा लेते हैं. इससे पहले मंगलवार को निशानेबाज सिंहराज अधाना ने पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल एसएफ1 स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीता. भारत ने अब तक दो गोल्ड, पांच सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं.



मरियप्पन को सिल्वर तो शरद को मिला ब्रॉन्ज

मरियप्पन और शरद दोनों ने अपने पहले अटेंप्ट में ही 1.73 मीटर और 1.77 मीटर की ऊंचाई का सफल जंप किया. भारत के शरद कुमार शुरुआत से लीड में थे. हालांकि शरद 1.86 मीटर पर तीन अटेंप्ट के बाद भी सफल जंप नहीं कर पाए और ब्रॉन्ज मेडल के साथ गोल्ड की रेस से बाहर हो गए. इसके बाद रेस में केवल मरियप्पन और अमेरिका के ग्रीव सैम ही थे. दोनों ने 1.86 का मार्क पर सफल जंप किया. इसके बाद मरियप्पन तीन अटेंप्ट में भी 1.86 मीटर का जंप क्लियर नहीं कर पाए. वहीं दूसरी ओर अमेरिका के ग्रीव ने तीसरे अटेंप्ट में 1.86 मीटर के सफल जंप के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया.

पिछली बार भी रियो ओलिंपिक में भी भारत को हाई जंप में दो मेडल मिले थे. तब मरियप्पन थंगावेलु ने गोल्ड मेडल हासिल किया था. वहीं वरुण सिंह भाटी ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इस बार मरियप्पन ने तो सिल्वर मेडल जीता लेकिन वरुण मेडल से चूक गए. वह इस बार सातवें स्थान पर रहे. वह 1.80 मीटर की ऊंचाई पर सफल जंप नहीं कर सके. इस इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाले सैम ग्रीव को बोन कैंसर हो गया था. इस वजह से उन्हें अपना पैरा खोना पड़ा. इससे पहले उन्होंने रियो पैरालिंपिक में 1.86 मीटर के सफल जंप के साथ सिल्वर मेडल हासिल किया था. उस साल गोल्ड मेडल मरियप्पन थंगावेलु को हासिल हुआ था.

Source : Tv9 bharatvarsh

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