Tokyo Paralympic 2020 : टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भारत के लिए 30 अगस्त का दिन खास रहा. एक दिन में भारत के खाते में 5 पदक आये. जिससे टोक्यो में भारत ने अब तक कुल 7 मेडल जीत लिया है. मेडल टेली में भारत दो गोल्ड, 4 सिल्वर और एक कांस्य पदक की मदद से 26वें स्थान पर पहुंच गया है. भारत के खाते में कुल 8 पदक आ चुके थे, लेकिन क्लासिफिकेशन टेस्ट में विनोद कुमार फेल होने के बाद अपना कांस्य पदक गंवा दिया.

इसके बावजूद पैरालंपिक इतिहास में भारत ने अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन दिखाया है. इससे पहले पैरालंपिक में भारत का सबसे अधिक पदक का रिकॉर्ड 4 था, जो रियो पैरालंपिक 2016 में भारत ने जीत था.

30 अगस्त खेल के 6ठे दिन भारत ने पांच मेडल जीते जिसमें दो गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज शामिल हैं. सुबह निशानेबाजी में महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल में अवनि लेखरा ने स्वर्ण पदक जीता. उसके बाद योगेश कथूनिया ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर और जैवलिन थ्रो में देवेंद्र झाझरिया ने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया. जबकि जैवलिन थ्रो में ही सुंदर सिंह गुर्जर ने भी कांस्य पदक जीता.

स्टार पैरा एथलीट और दो बार के स्वर्ण पदक विजेता देवेंद्र झाझरिया पैरालंपिक खेलों की भाला फेंक स्पर्धा में सोमवार को अपना तीसरा पदक रजत पदक के रूप में जीता. जबकि चक्का फेंक के एथलीट योगेश कथूनिया ने भी दूसरा स्थान हासिल किया.

आठ साल की उम्र में लकवाग्रस्त होने वाले योगेश ने अपने छठे और अंतिम प्रयास में 44.38 मीटर चक्का फेंककर दूसरा स्थान हासिल किया. ब्राजील के बतिस्ता डोस सांतोस ने 45.59 मीटर के साथ स्वर्ण जबकि क्यूबा के लियानार्डो डियाज अलडाना (43.36 मीटर) ने कांस्य पदक जीता.

रविवार को भारत ने तीन मेडल जीता था, जिसमें विनोद कुमार के कांस्य पदक को अयोग्य करार दे दिया गया. रविवार को टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल और हाई जंप में निषाद कुमार ने रजत पदक जीते.

इनपुट : प्रभात खबर

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