मुजफ्फरपुर, मदरसा मोहम्मदीया सलफिया माड़ीपुर बक्शी कॉलोनी में एक दिवसीय सालाना इजलास ए आम सह दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें इस वर्ष उत्तीर्ण 16 हाफ़िज़ विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र (सर्टिफिकेट) मेडल एवं मोमेंटो प्रदान किया गया साथ ही पूर्व में उत्तीर्ण हुए 84 हाफ़िज़ विद्यार्थियों को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया ।

मौलाना शौकत मदनी ने बताया की इस्लाम में शारीरिक रूप से सबसे मजबूत एवं शिक्षित मुसलमान को बेहतर कहा गया है. शिक्षा को समाज में स्थापित करने के लिए ऐसे मुसलमानों योगदान अति महत्वपूर्ण होता है. इल्म हासिल करना मुसलमानों का पहला फ़र्ज़ है । मौलाना अनायतुल्लह इस्लाही ने कहा के इस्लाम में मर्द और औरत दोनों को इल्म हासिल करना फ़र्ज़ करार दिया है. ये इल्म का ही देन है 1400 साल पहले समाज में फैले अंधकार को इस्लाम में इल्म के जरिए हटाया और इस्लाम जैसा एक आधुनिक जीवन संहिता अमल में आया।


हाफ़िज़ मोहमद इरशाद ने कौम ए मिल्लत को नौजवानों की कितनी जरूरत है उसपर प्रकाश डाला. कहा की वेगैर नौज़वनो के भागीदारी के कोई क्रांति आ नहीं सकता. नौज़वनो को जागरूक रहने की अपील की. कौम के भविष्य को संवारने की जिम्मेदारी नौजवानों पर है ।
मौलाना मोती उर रहमान चतुर्वेदी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि कैसे हम सब पंथों एवं मतांतर के श्रेष्ठता से उपर उठ कर एक साथ मिल कर काम कर सकते है. कौम मिल्लत के उन्नति का राह आसान कर सकते है।

सोलह हाफ़िज़ ( क़ुरान के विद्यार्थी ) को दस्तार बंदी (पगड़ी पहनाना) अलग अलग विशिष्ट अतिथियों से कराया गया. इनको दस्तार, मेडल और मोमेंटो प्रदान किया गया. मदरसा के सचिव मोहम्मद मुश्ताक में अपने धन्यवाद भाषण में मदरसा के 26 साला इतिहास पर रिपोर्ट पेश किया. कैसे मदरसा अपने इस सफर को तय करते हुए आज इस मुकाम पर पहुंचा है. इस दौरान सालाना बजट पेश किया. मदरसा के आगे तरक्की के लिए लोगों से मदद एवं अपने नेक सुझाव देने की अपील की. मदरसा से पूर्व में उत्तीर्ण हुए 84 हुफाज को जो किसी वजह से नहीं पहुंच सके उनके नामों का ऐलान किया. मोहम्मद मुश्ताक ने उनको मेडल और मोनेंटो पहुंचाने की बात कही

मदरसा के शिक्षक मौलाना वासी आलम रेयाजी ,हाफ़िज़ शमसे आलम एवं ख्वाजा हसन असरी को मेडल मदरसा के सचिव मोहम्मद मुश्ताक द्वारा प्रदान किया गया ।
मंच संचालन मौलाना अनायतुल्लह इस्लाही और सरफराज आलम ने किया ।

मदरसा के अध्यक्ष मौलाना मोती उर रहमान चतुर्वेदी को विशिष्ठ अतिथि मोहमद सलीम ने मोमेंटो दे कर सम्मानित किया और मदरसा के सचिव मोहम्मद मुश्ताक को मानवाधिकार संस्थान के महासचिव मोहम्मद इश्तेयाक और मस्जिद ए अहले हदीस के सचिव मोहमद शाहनवाज़ आलम ने संयुक्त रूप से मोमेंटो देकर सम्मानित किया। मदरसा के प्राचार्य मौलाना वासी आलम रेयाजी को विशिष्ठ अतिथि डॉक्टर रिजवान करिमी ने और मदरसा के शिक्षक हाफ़िज़ शमसे आलम को मोहम्मद अख्तर और शिक्षक ख्वाजा हसन असरी प्रो मंसूर मासूम ने मोमेंटो देकर सम्मानित किया ।

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