मुजफ्फरपुर, बीते दिनों पारू थानान्तर्गत एक गांव के समारोह में भाजपा विधायक राजू कुमार सिंह एवं राजद नेता तुलसी राय के बीच हुए विवाद के बाद भाजपा विधायक पर लगे राजद नेता के अपहरण के आरोप को जिला भाजपा ने बेबुनियाद और मामले में विधायक राजू सिंह पर की गई पुलिसिया कार्रवाई को सत्ता के दबाव में उठाया गया कदम बताया।

सोमवार को भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार के नेतृत्व में जिला भाजपा का प्रतिनिधिमंडल जिले के वरीय आरक्षी अधीक्षक, आरक्षी महानिरीक्षक एवं प्रभारी जिलाधिकारी से मिलकर मामले में निष्पक्ष जांच, राजद नेता की आपराधिक पृष्ठभूमि के आलोक में विधायक राजू सिंह को अपना पक्ष रखने और जांच के प्रकाश में आने तक पुलिसिया कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाने की मांग संबंधी ज्ञापन सौंपा।


मौके पर मौजूद प्रेस मीडिया के लोगों से भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा विधायक एवं राजद नेता के बीच हुए विवाद की परिस्थिति, अपहरण की घटना एवं विधायक पर आरोप लगाने वाले राजद नेता की अपराधिक छवि की पूरी जांच किए बगैर जिस प्रकार से पुलिस ने कार्रवाई की है वह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर तुलसी राय के अपराधिक छवि से पूरा जिला अवगत है। कई मामलों में वह वारंटी है वैसी स्थिति में एक वारंटी की शिकायत पर जिस प्रकार से पुलिस ने विधायक के खिलाफ कार्रवाई की है जैसे वह एक बड़े आतंकवादी हों इतना ही नही विधायक राजू सिंह की गिरफ्तारी और तालाशी के नाम पर जिस प्रकार से आधी-आधी रात को शादी विवाह वाले घर में भाजपा कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है ऐसा प्रतीत होता है कि जानबूझकर भाजपा नेताओं को टारगेट किया जा रहा है निश्चित रूप से पुलिस प्रशासन किसी दबाव में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिला भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल जिला प्रशासन के वरीय अघिकारियों से मिलकर आज मामले की पूरी जानकारी दी है साथ ही मामले में विधायक के पक्ष को जाने बगैर तत्काल कार्रवाई पर रोक लगाने का मांग किया है जिस पर प्रशासनिक अधिकारियों ने आश्वासन दिया है। कहा कि यदि इससे उलट तत्काल कुछ होता है तो जिला भाजपा पूरी तरह से आंदोलन को तैयार है।

प्रतिनिधिमंडल में शामिल भाजपा विधायक अशोक सिंह ने कहा कि आम जनता बिहार में बढ़ते अपराध से त्रस्त है। लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा अपराधियों पर कार्रवाई की जगह विपक्ष के नेताओं पर कार्रवाई वह भी जिसका अपराधिक रिकार्ड रहा है उसके कहने पर यह दुर्भाग्यपूर्ण है। कहा कि तुलसी राय के विरुद्ध हत्या, अपहरण, लूट और रंगदारी के साथ उत्पाद अधिनियम के तहत 1994 से लेकर अब तक कुल 20 मामले मुजफ्फरपुर और बेगूसराय में दर्ज है। जिसमें अधिकतर मामला पारू थाना में ही दर्ज किया गया है। कहा कि तुलसी राय एक आपराधिक छवि का है बावजूद इसके उसकी शिकायत पर जिस प्रकार से पुलिस ने कार्रवाई की वह जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि ही नही बल्कि जनादेश का अपमान है । उन्होंने कहा कि सत्ता के रसूखदार सत्ता का गलत उपयोग कर प्रशासन पर दबाव बनाकर जिसको चाहे उसको फसा रही है। महागठबंधन की सरकार सत्ता संरक्षित अपराध व अपराधियों के विरोध में उठी आवाज़ को दबाने का काम कर रही है। कहा कि सत्ता तो आनी जानी है प्रशासन को निष्पक्ष होना चाहिए। यदि प्रशासन का पक्षपात पूर्ण रवैया रहा तो इसके विरुद्ध अब जनआंदोलन होगा।

वहीं भाजपा विधायक डाo अरूण कुमार सिंह ने कहा कि विधायक राजू कुमार सिंह एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि हैं यदि कोई मामला हुआ तो ऐसे में उनका पक्ष जाने बगैर पुलिस ने जो एकतरफा कार्रवाई की है. वह पुलिस प्रशासन की निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह है। कहा कि एक ओर अपराधी के शिकायत पर विधायक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है वहीं दुसरी ओर मामले की मजबूत कड़ी वासुदेव राम द्वारा तुलसी राय के खिलाफ शिकायत पर अभी तक कार्रवाई नही किया जाना साबित करता है कि पुलिस भी अपराधियों को संरक्षण दे रही है। उन्होंने कहा कि हम सभी पूरी मजबूती से विधायक राजू सिंह जी के साथ खड़े हैं । और मांग करते हैं कि मामले में निष्पक्ष जांच हो ताकि दूध का दूध और पानी का पानी अलग हो जाए। साथ ही यह भी जांच हो कि तुलसी राय जो खुद कई मामलों में वारंटी है उसकी शिकायत पर पुलिस ने जो तत्परता दिखाते हुए त्वरित कार्रवाई किया उसके पीछे की मंशा क्या है।

इस दौरान मुख्य रूप से जिला महामंत्री सचिन कुमार, धर्मेंद्र साहु, प्रभु कुशवाहा, जिला उपाध्यक्ष रामनरेश मालाकार, मनीष कुमार, विशेश्वर शंभु, अंकज कुमार जिला मंत्री धनंजय झा, मोर्चा जिलाध्यक्ष भारत रत्न यादव, सैयद नजफ हुसैन, प्रकोष्ठ संयोजक अनिल कुमार सिंह मौजूद रहे।

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