MUZAFFARPUR: मुजफ्फरपुर के एक गांव के सभी घरों में ताला लगा है. सिर्फ मर्द ही नहीं बल्कि औरत औऱ बच्चे भी घर छोड़कर भाग गये हैं. बगल में एक छोटा बाजार है लेकिन वहां की सारी दुकानें बंद हैं. पूरा इलाका पुलिस के जवानों से भरा हुआ है. पुलिस इस गांव से एक दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. पिछड़ों औऱ दलितों के इस गांव के लोगों की इतनी पहुंच नहीं है कि वे पुलिस से खुद को बचा सकें।

शराब के लिए सारा बखेड़ा

ये मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र का भेरगरहा गांव है. रविवार की शाम इसी गांव में पुलिस औऱ पब्लिक में भिड़ंत हुई थी. पुलिस वहां एक भगत यानि पुजारी को शराब के मामले में गिरफ्तार करने गयी थी. गांव के लोग कह रहे थे कि भगत जी ने जीवन भर में कभी शराब औऱ मांस को हाथ नहीं लगाया. लेकिन पुलिस नहीं मानी और उसके बाद पुलिस-पब्लिक में भिंड़त हुआ था. आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव किया था, जिसके बाद पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग की थी. पूरे जिले से जुटे पुलिसकर्मियों ने घरों में घुस कर लोगों को पीटा था और एक दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।

पूरे गांव के लोग भागे

इस घटना के बाद सकरा थाना क्षेत्र का भेरगरहा-सहदुल्लाहपुर इलाका सोमवार को पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. भेरगरहा चौक स्थित बाजार की अधिकांश दुकाने बंद थी. एक-दो लोगों ने दुकाने खोली थी लेकिन पुलिस फोर्स को देखते ही बंद कर वहां से निकल गये. आज मुजफ्फरपुर के SSP उस गांव में पहुंचे. लेकिन सभी घरों मे ताला बंद था. घर के मर्द ही नहीं बल्कि औरत और बच्चे भी आरोपी फरार थे. मीडिया की टीम को स्थानीय लोगों ने बताया कि पुलिस के डर से रात को ही लगभग पूरा गांव ताला बंद कर भाग खड़ा हुआ था।

जिसके खेत में मिला शराब वह आरोपी

ये सारा बखेड़ा गनौर राय नाम के भगत या पुजारी की गिरफ्तारी के बाद खडा हुआ था. गांव के लोग कह रहे थे कि गनौर राय ने कभी शराब छुआ तक नहीं. मुजफ्फरपुर के SSP ने गनौर राय की गिरफ्तारी को सही करार दिया. दरअसल एक साल पहले गनौर राय के घर के पीछे खेत में शराब की बोतल बरामद हुई थी. पुलिस ने उसी केस में गनौर राय को अभियुक्त बना दिया था. SSP ने उस खेत का निरीक्षण किया जहां से एक साल पहले तीन बोतल शराब बरामद हुई थी।

SSP ने कहा कि अब तक की जांच से पता लगा है कि गनौर राय की गिरफ्तारी बिल्कुल सही है. वह शराब कांड का दोषी है. तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कागजात देखा है जिसमें पाया गया है कि जिस खेत में शराब बरामद हुई थी वह गनौर राय की ही है. SSP ने कहा कि रविवार को जिसने भी पुलिस पर हमला किया उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, सभी की पहचान की जा रही है।

पूरे गांव को अभियुक्त बनाया

पुलिस ने अपने उपर हुए हमले को लेकर एफआईआर दर्ज की है. सकरा थाने के थानेदार सरोज कुमार के बयान के आधार पर 30 नामजद और 150 अज्ञात यानि कुल 180 लोगों पर केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने गांव से 13 बाइक भी जब्त कर लिया है. पुलिस कह रही है कि उस पर हमले में एक वार्ड सदस्य का भी हाथ है उसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है. लेकिन वह फरार है. जिन अज्ञात आरोपियो का जिक्र एफआईआर में है उनकी पहचान वीडियो फुटेज और तस्वीर से की जा रही है।

इनपुट : फर्स्ट बिहार

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