Russia Ukraine War: केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने गुरुवार को कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन से सभी भारतीय लोगों को निकालकर ले जाएंगे। यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान के कारण फंस गए भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने में समन्वय के लिए रिजिजू इससे पहले यूक्रेन के पड़ोसी देश स्लोवाकिया के कोसिसे शहर पहुंचे।
किरेन रिजिजू ने कहा कि वह तब तक जगह नहीं छोड़ेंगे, जब तक कि संकटग्रस्त देश से अंतिम साथी नागरिक को सुरक्षित निकाल नहीं लिया जाता। रिजिजू ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भारतीय नागरिकों की निकासी प्रक्रिया की निगरानी के लिए भारत सरकार द्वारा तैनात चार ‘विशेष दूतों’ में से एक है।
रिजिजू ने छात्रों से अपने माता-पिता को यह संदेश देने का आग्रह किया कि भारत सरकार उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाने में मदद करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हमारे नागरिकों को सुरक्षित करने और उन्हें जल्द से जल्द घर लाने के लिए एक स्पष्ट निर्देश दिया है। बचाव अभियान को अंजाम देने वाला भारत एकमात्र देश है।
Be proud Indians. A confident nation can deal with all kinds of challenges confidently. Govt is putting all efforts to bring back those who are trapped in difficult situation inside #Ukraine#OperationGanga 🇮🇳 #UkraineWar pic.twitter.com/zpjTep67I7
— Kiren Rijiju (मोदी का परिवार) (@KirenRijiju) March 2, 2022
यूक्रेन की सीमा पार कर कोसिसे पहुंचे भारतीय छात्रों के साथ बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारी प्राथमिकता सभी को सुरक्षित निकालना है। हमने पहले ही सभी को आश्वासन दिया है कि हम प्रत्येक भारतीय को सुरक्षित निकाल लेंगे।
रिजिजू ने कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन से स्लोवाकिया पहुंचे कम से कम 370 भारतीय छात्रों को बृहस्पतिवार को दो विमानों के जरिए स्वदेश लाया जाएगा। यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान के कारण फंस गए भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने में समन्वय के लिए रिजिजू इस समय यूक्रेन के पड़ोसी देश स्लोवाकिया के कोसिसे शहर में हैं।
These group of students have left for India from Košice in Slovakia.
— Kiren Rijiju (मोदी का परिवार) (@KirenRijiju) March 3, 2022
Our new generation of young Indians are very confident. I've conveyed to them the message of Prime Minister @narendramodi Ji and wished them safe journey back home.#OperationGanga 🇮🇳 #UkraineWar pic.twitter.com/t7NQ5vBjjk
रिजिजू ने कहा, ” आज हम कोसिसे शहर से दो विमानों को रवाना करेंगे, जिसमें करीब 370 भारतीय छात्र सवार होंगे।” इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने कोसिसे के होटलों में ठहराए गए भारतीय छात्रों से बातचीत की और उन्हें भोजन और अन्य सुविधाएं प्रदान करने का प्रबंध किया। रिजिजू ने छात्रों से कहा कि कम समय में बड़ी संख्या में छात्रों को स्वदेश वापस ले जाने की प्रक्रिया के दौरान उन्हें थोड़ी परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
उन्होंने छात्रों से कहा, “इस प्रक्रिया में कुछ कमियां हो सकती हैं, आपको कुछ कठिनाइयां हो सकती हैं। मुझे यकीन है कि आप इसे सहन कर लेंगे। क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में छात्रों को जल्द से जल्द निकालने का यह सामान्य समय नहीं है, इसके लिए उच्च स्तर के हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है।” रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने फैसला किया है कि वरिष्ठ मंत्रियों को खुद यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाना चाहिए और छात्रों को सुरक्षित वापस लाने के अभियान का नेतृत्व करना चाहिए।
रिजिजू ने छात्रों से कहा, “मैं आप लोगों को जल्द से जल्द दिल्ली पहुंचाने की कोशिश कर रहा हूं। आज शाम छात्रों का एक समूह दिल्ली जा रहा है। यूक्रेन से और भी बहुत छात्र आ रहे हैं। मैं यहां यह सुनिश्चित करने के लिए हूं कि आपका यहां रहना जितना संभव हो उतना आरामदायक हो।”
Input : Lokmat News