मुजफ्फरपुर, राजनीती की जो उठा पटक आज बिहार मे हुई वो मुजफ्फरपुर से लेकर पटना और दिल्ली तक को अपनी गिरफ्त मे ऐसे लें लीं. जैसा आज के पहलें कभी शायद देखने को ना मिले. हाल्कि इसकी पटकथा उसी दिन लिख दी गई थी जिस दिन मुकेश सहनी बीजेपी के खिलाफ उत्तर प्रदेश चुनाव मे खड़ा हो गए थे.
बगावत की बू बीजेपी को नगवार गूजरी. बीजेपी के नेताओं ने मुकेश सहनी के विरुद्ध मे बोलना शुरू कर दिया. पर मुकेश सहनी बिना डरे डटे रहे. पुष्पा ‘द राइज’ का अभी एक डायलॉग काफ़ी हिट हो रहा है इस मामले मे ‘अपुन झुकेगा नहीं साला’
दूसरा झटका बीजेपी ने बोचाहा विधानसभा उपचुनाव मे मुकेश सहनी का पत्ता काटते हुए बीजेपी से कैंडिडेट बेबी कुमारी को उतार दिया. ये झटका भी जोरदार झटका था. मगर सहनी की बेटे ने वहां भी झुका नहीं. और पार्टी का कैंडिडेट देने का वादा कर आये.
तीसरा झटका आज सुबह सुबह ही उन्हें लगा जब उनके उम्मीदवार अमर पासवान उनकी पार्टी से इस्तीफा दे दीए और राजद की पार्टी के सिंबल से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. झटके से उबरने से पहले लड़ाई करने की ठान लीं सहनी साहब ने. आज शाम बरसों बोचाहा की सेवा कर चुके रमई राम की सुपुत्री डॉ गीता देवी को अपना उम्मीदवार उन्होंने घोषित कर दिया. इस मामले मे अपुन झुकेगा नहीं साला