बिहार में भी यूपी की ज्योति मौर्या जैसा केस सामने आया है। एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के सपने को पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर दी। कड़ी मेहनत कर पति ने अपनी पत्नी को पढ़ा-लिखाकर शिक्षिका भी बनाया। पति की मेहनत की मदद से सफलता की सीढ़ी चढ़ते ही महिला अपने ही विद्यालय के हेडमास्टर के साथ फरार हो गई।

मामला बिहार के वैशाली जिले का है। महिला के पति ने शनिवार को जंदाहा थाने में हेडमास्टर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। महिला को दो बच्चे हैं। पति ने प्राथमिकी में कहा है कि 13 साल पहले उसकी शादी विभूतिपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई थी। उसकी माली हालत ठीक नहीं थी। शादी के बाद पत्नी अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती थी।

पढ़ाने के लिए कर्ज लिया, खेत तक बेंच दिया

चंदन ने भी पत्नी को पढ़ाने का बीड़ा उठा लिया। पत्नी को पढ़ाने के लिए वह तक मजदूरी करने से पीछे नहीं हटा। मजदूरी से भी बात नहीं बनी तो कर्ज लेकर पत्नी की पढ़ाई कोई बाधा नहीं आने दी। इससे भी खर्च पूरा नहीं हुआ तो जमीन बेची, लेकिन उसकी पढ़ाई जारी रखी। उसे डीएलएड कराया और ट्रेनिंग दिलवाई।

दो बच्चों का भविष्य भी खतरे में

उसका 12 साल की बेटी और सात साल का बेटा भी है। 2022 में पत्नी का शिक्षिका के पद पर चयन हुआ। पत्नी ने जंदाहा इलाके के ही एक विद्यालय में योगदान दिया। वहां का हेडमास्टर पत्नी को छोड़ने घर आया करता था। बाद में हेडमास्टर ने घर के समीप ही कौवा चौक के पास घर दिलवा दिया।

आरोप है कि दोनों वहां रहने लगे। इसके बाद वह फरार हो गई। जंदाहा थानाध्यक्ष कृष्णदेव खटैत ने कहा कि महिला की खोज जारी है। पुलिस अपने स्तर से जांच में लगी है।

इनपुट : दैनिक जागरण

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