मुजफ्फरपुर (सकरा) कहते हैं कि इश्क अंधा होता है इस पर किसी का जोर नहीं चलता। भले ही मामला लड़का पक्ष का हो या लड़की पक्ष का। प्यार में दोनों एक दूसरे के लिए मर मिटने को तैयार हो जाते हैं। इश्क में न कोई जात होता है और न ही कोई धर्म। प्यार में इसी तरह की एक कहावत को चरितार्थ कर गए मुजफ्फरपुर के प्रेमी युगल जिसने गुरुवार की रात्रि घर से निकल कर मंदिर में जातीय बंधन को तोड़ कर शादी रचाई। फिर शुक्रवार सुबह थाने पहुंचकर अपनी पूरी रोचक पुलिस के सामने रखा।
पुलिस को दोनों ने मिलकर बताया कि दोनों बालिग है एवं शादी की तमाम अहर्ता को पूरा करते हैं परिजनों के खिलाफ दोनों ने मंदिर में शादी रचाई है। इसमें दोनों पक्ष के परिजन आपस में सहमत नहीं थे, लेकिन लड़की के साहस ने ना होने वाले कार्य को भी करने के लिए मजबूर कर दिया। लड़की ने अपने प्रेमी को लेकर मंदिर गई। फिर उसके साथ शादी करके थाने पहुंच गयी। थाने में उन्होंने ब्यान दिया कि हम दोनों शादी करने के लायक है अपनी रजामंदी से शादी की है। और अपने पति के साथ खुशी-खुशी रहना चाहते हैं। थाना अध्यक्ष ने दोनों को थाने पर बैठा कर इसकी सूचना पंचायत के जनप्रतिनिधियों को दी तथा लड़की के माता-पिता को भी घटना से अवगत कराया।
थाना अध्यक्ष राजेश यादव का कहना है कि लड़की और लड़का के परिजनों के द्वारा किसी भी तरह की कोई लिखित आवेदन नहीं दी गई। हां सूचना पर लड़की के भाई लड़की से मिलने के लिए थाने पहुंचा दोनों की बातें हुई, लेकिन दोनों में से किसी ने भी जोर जबरदस्ती की बात नहीं कही। पुलिस ने दोनों से लिखित बयान लिया है। लड़की अपनी मर्जी से प्रेमी के साथ घर चली गयी। हालांकि घटना को लेकर दो समुदायों के बीच तनाव है। गांव में तनाव को देखते हुए पूर्व के एक जनप्रतिनिधि के यहां लोगों ने अपनी-अपनी बात रखी है ।गांव में मामला शांत रहे इसकी पहल की जा रही है पुलिस का कहना है कि गांव में शांति है।
इनपुट : जागरण
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