मुजफ्फरपुर, लंगट सिंह कॉलेज में लाइब्रेरी साइंस के जनक डॉ. एस आर रंगनाथन का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया. मौके पर प्राचार्य प्रो ओमप्रकाश राय ने लाइब्रेरी जगत में डॉ. एस.आर. रंगनाथन के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें एक शिक्षक और पुस्तकालय विज्ञान के जनक के रूप में याद किया जाता है.

प्रो राय ने कहा पुस्तकें मनुष्य को बेहतर जीवन चरित्र निर्माण करने में अमूल्य योगदान देते हैं. पुस्तकों ने आज के आधुनिक युग में डिजिटल स्वरूप धारण किया हैं और दुनियाभर का साहित्य इंटरनेट और यांत्रिक संसाधनों के द्वारा हमारे पास पहुंच गया हैं, जिसे हम कभी भी, कही भी पढ़ सकते हैं. ई-साहित्य ऑनलाइन लाइब्रेरी के रूप में उपलब्ध हैं, लेकिन पुस्तकालयों में उपलब्ध गुणवत्तापूर्ण साहित्य संग्रह के योग्य व्यवस्थापन और बेहतर सेवा सुविधा द्वारा ही पुस्तकालय के उद्देश्य की पूर्ति हो सकती हैं.

उन्होंने कहा कि पुस्तके सभी छात्रों का सबसे बेहतर मित्र है तथा देश-दुनिया में जितने भी सफल बुद्धिजीवी हैं, उनके जीवन में भी पुस्तकों के लिए विशेष स्थान होता है. पुस्तकों से उनकी दोस्ती होगी तब छात्र मोबाइल, सोशल मीडिया, ऑनलाइन गेमिंग से दूर होंगे और अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे.

प्रो राय ने कहा कि कॉलेज की समृद्ध और ऐतिहासिक लाइब्रेरी के डिजिटाइजेशन तथा ऑटोमेशन की प्रक्रिया चल रही है तथा जल्दी ही पुरानी धरोहर पुस्तकों और मैगजीन को सॉफ्ट कॉपी में सहेजने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. मौके पर प्रो राजीव झा, डॉ एसएन अब्बास, डॉ नवीन कुमार, डॉ ललित किशोर, डॉ गुंजन, डॉ इम्तियाज, मनोज कुमार शर्मा, ऋषि कुमार, रोहित कुमार आदि मौजूद रहे।

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