बिहार विश्वविद्यालय अतिथि प्राध्यापक संघ की ओर से बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को परंपरागत विश्वविद्यालयों में कार्यरत अतिथि सहायक प्राध्यापकों की सेवा नियमितीकरण हेतु ज्ञापन सौंपा गया। अतिथि प्राध्यापक संघ के अध्यक्ष डॉ ललित किशोर ने कहा कि मुजफ्फरपुर में समाधान यात्रा के दौरान शेरपुर पंचायत भवन के पास महिला अतिथि प्राध्यापकों के नेतृत्व में ज्ञापन देकर अपनी सेवा नियमित करने की पुरजोर मांग की गई।
ज्ञात हो कि बिहार के नौ परंपरागत विश्वविद्यालयों में विगत तीन-चार वर्षों से यूजीसी द्वारा निर्धारित योग्यता तथा बिहार सरकार के आरक्षण नियमों के आधार पर विश्वविद्यालय चयन समिति द्वारा साक्षात्कार के पश्चात लगभग दो हजार अतिथि प्राध्यापकों की नियुक्ति स्वीकृत एवं रिक्त पदों पर की गई है। अभी भी सभी विश्वविद्यालयों के कॉलेजों में हजारों पद रिक्त है। विश्वविद्यालय सेवा आयोग से बहाली की प्रक्रिया बहुत ही शिथिल है। डेढ़ वर्षो के अंतर्गत मात्र 155 स्थाई प्राध्यापकों की बहाली हुई है।आरक्षण रोस्टर में छेड़छाड़ के मामले को लेकर हाईकोर्ट में मामला लंबित है। ऐसी स्थिति में उच्च शिक्षा को गति देने के लिए अतिथि प्राध्यापकों की सेवा को स्थाई करने की मांग की जाती है।
ज्ञापन सौंपने वालों में डॉ अनुपम, डॉ जागृति, डॉ संगीता कुमारी, अध्यक्ष डॉ ललित किशोर, डॉ बिरजू कुमार सिंह, डॉ गणेश कुमार शर्मा, डॉ विपिन कुमार, डॉ रवि भूषण सिंह, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ मयंक मौसम, डॉ फिरोज आलम आदि मौजूद थे।
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