बांका. अवैध शराब के कारोबार को लेकर तस्कर तू डाल-डाल तो मैं पात-पात वाली कहावत चरितार्थ करते दिख रहे हैं. सख्ती के बावजूद तस्कर आए दिन अलग-अलग तरीके अपनाते दिखते हैं. तस्कर अब कुछ ऐसे तरकीब अपना रहे हैं जो पहली नजर में कोई सोच भी नहीं सकता. ऐसे वाहनों से शराब तस्करी की जा रही है जिसे प्रशासनिक महकमे के लोग भी बड़ी मुश्किल से पहचान पाते हैं. हालांकि, तस्करी के ट्रेंड बदलने के साथ ही पुलिस और उत्पाद विभाग भी चौकसी बढ़ाते हुए तस्करी रोकने के लिए हर तरीके आजमाने लगा है. ऐसा ही एक मामला पकड़ में आया जिसमें कार्यपालक अभियंता डीआरडीओ, बांका का बोर्ड लगे वाहन से शराब तस्करी का खुलासा हुआ.

दरअसल, मामला यह है कि चांदन में बेलहर एसडीपीओ के नेतृत्व में झारखंड से लगे सीमावर्ती क्षेत्र से जुड़े सड़क पर बहेंगा पुल के पास वाहन जांच चल रही थी. देवघर से आ रहे वाहनों में एक ऐसी बोलेरो दिखी जो पहली नजर में बिहार सरकार की लग रही थी. इस पर कार्यपालक अभियंता, डीआरडीओ, बांका का बोर्ड लगा हुआ था. बोलेरो को जैसे ही रुकने का इशारा किया गया मौका पाते ही चालक बोलेरो छोड़कर फरार हो गया.

चालक के फरार होने पर पुलिस के शक गहरा गया. जिसकी जांच करने पर पता चला की गाड़ी का झारखंड नम्बर JH04H 8085 है. लेकिन इस पर दूसरे नंबर JH15K 6922 के साथ बिहार सरकार का बोर्ड लगा हुआ था. जांच के दौरान बोलेरो से विदेशी शराब की बड़ी खेप जिसमें 28 कार्टून से 378 बोतल बरामद किए गए. फिलहाल बोलेरो को जब्त कर चांदन थाना में रखा गया है और जांच जारी है.

बता दें कि बिहार का बांका जिला के तीन प्रखंडों की सीमा झारखंड के देवघर, दुमका और गोड्डा से लगती है. इसी मार्ग से शराब की तस्करी भी बड़े पैमाने ओर होती रही है. ऐसे में झारखंड से आने वाली करीब हरेक वाहनों की जांच की जा रही है. इसके परिणाम भी सामने आ रहे हैं. इसी क्रम में बिहार सरकार का बोर्ड लगी गाड़ी से शराब तस्करी का यह खुलासा हो सका है.

Source : News18

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