पटना: शराब लदे वाहनों की जांच के लिए चलंत स्कैनर खरीदे जाएंगे। ये चलंत स्कैनर बड़े वाहन के साथ लगे होंगे, जिसे एक जगह से दूसरी जगह चलाकर ले जाया जा सकेगा। इससे चेकपोस्ट पर मालवाहक वाहनों की निगरानी तो होगी ही, किसी खास राज्य से आने वाली सड़कों या रूट पर भी गाड़ियों की जांच की जाएगी। इन बड़े चलंत स्कैनर की मदद से यह आसानी से पता चल जाएगा कि गाड़ी में सामान के नीचे कहीं शराब तो नहीं छिपाई गई है। मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने इन चलंत स्कैनर वाहनों की खरीद की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

– शराब लदे वाहनों की जांच करेंगे चलंत स्कैनर
– 100 करोड़ से खरीदी जाएगी पांच ट्रक स्कैनिंग मशीनें
– एक स्कैनिंग मशीन को खरीदने पर करीब 20 करोड़ होंगे खर्च

विभाग और पुलिस की जरूरत के हिसाब से आवंटित किया जाएगा

विभागीय अधिकारियों के अनुसार, वाहनों की जांच के लिए फिलहाल पांच चलंत ट्रक स्कैनिंग मशीन की खरीद की जाएगी। एक स्कैनिंग मशीन को खरीदने पर करीब 20 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। पांच ट्रक स्कैनर की खरीद पर करीब 100 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इन स्कैन मशीनों को विभाग और पुलिस की जरूरत के हिसाब से आवंटित किया जाएगा। चलंत स्कैनिंग मशीनों की मुख्यालय स्तर से लाइव मानीटरिंग की भी व्यवस्था रहेगी। पहले चरण की सफलता के बाद चलंत स्कैनर मशीनों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।

थम नहीं रहे शराब को मामले

बता दें कि बिहार में शराब के मामले कम नहीं हो रहे हैं। गोपालगंज में तो रोज वाहन में शराब पकड़ी जा रही है। पुलिस ने शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर कटेया थाना क्षेत्र के रुपिबगही जीन बाबा स्थान के पास छापेमारी कर 32 बोतल देसी शराब के साथ एक महिला सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। कटेया पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की। तलाशी के क्रम में महिला के झोला से 30 बोतल एवं दूसरे व्यक्ति के झोले से दो बोतल देसी शराब बरामद हुई।

इनपुट : जागरण

85 thoughts on “बिहार में अब वाहनों के अंदर शराब छिपाना होगा नामुमकिन, जान लें क्या है सरकार की योजना”
  1. prinivil 20 mg tablet [url=http://lisinopril.network/#]lisinopril 2016[/url] lisinopril pills 2.5 mg

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *