नई दिल्ली. ओडिशा में आने वाला चक्रवाती तूफान एमफन (Cyclone Amphan) सुपर साइक्लोन (Super Cyclone) में बदल गया है. हर घंटे इसकी तफ्तार तेजी से बदल रही है. और अगले 48 घंटे में यह तूफान 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तट से टकरा सकता है. ऐसा तूफान ओडिशा में साल 1999 में आया था. पिछले 6 घंटे के दौरान हवा की रफ्तार 4 किलोमीटर प्रति घंटा थी. बता दें कि यह तूफाल बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हुआ है और पश्चिम बंगाल व ओडिशा के तट की ओर तेजी से बढ़ रहा है. इस तूफान से निपटने की तैयारी और रणनीति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम को उच्च स्तरीय बैठक की. इस बैठक में गृह मंत्रालय और नेशनल डिजास्टर मैनेंजमेंट अथॉरिटी के शीर्ष अधिकारी भी शामिल थे ! बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने भी हिस्सा लिया. अगले 6 घंटे मे गजपति, पुरी, गंजमजगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. मंगलवार को बालासोर, भद्रक, जाजपुर, मयूरभंज, खुर्जा, कटक में बारिश होगी. चक्रवाती तूफान एमफन इस वक्त बंगाल की खाड़ी के मध्य और दक्षिणी हिस्से में है. ये उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रहा है. सोमवार सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर ये ओडिशा के पारादीप से 790 किलोमीटर की दूरी पर था. जबकि बंगाल के दीघा तट से इसकी दूरी फिलहाल 940 किलोमीटर है. 19 मई की सुबह से ओडिशा में 65 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चल सकती है. हवा की रफ्तार लगातार बढ़ सकती है. सोमवार को पश्चिम बंगाल के तटीय इलाके में हवा की रफ्तार 60-70 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है. जबकि जिस दिन ये तूफान तट से टकराएगा उस दिन हवा की रफ्तार 250 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. ओडिशा के कई इलाकों में हल्की से तेज बारिश शुरू हो गई है. यहां के 12 जिलों में तूफान के साथ भारी बारिश की आशंका जताई गई है. राज्य के 12 तटीय जिले गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, जाजपुर, कटक, खुर्दा और नयागढ़ में हाई अलर्ट है. चक्रवात के कारण उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना जिले, कोलकाता, पूर्वी एवं पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा और हुगली सहित गंगाई पश्चिम बंगाल के तटवर्ती जिलों में 19 मई को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है !

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