बिहार में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच 7 जनवरी से जातीय जनगणना शुरू है. लोगों की गिनती के लिए राज्य के टीचरों को लगाया गया है. कड़ाके की ठंड का सीधा असर सरकारी शिक्षकों पर पड़ रहा है. ठंड के कारण अब तक दो शिक्षकों की असमय मौत हो गयी है. जबकि एक टीचर की मृत्यु प्रशिक्षण लेने के दौरान ही हो गई थी. बताया जा रहा है कि इनमें एक शिक्षक मधुबनी और एक शेखपुरा जिले के हैं. जानकारी के अनुसार शेखपुरा जिले के गवय पंचायत के लोदीपुर गांव निवासी अंजनी शर्मा की मौत जाति आधारित जनगणना के कार्य के समय हुई है.

मकान की गणना का रहे थे कार्य

बताया जा रहा है कि रविवार को बरबीघा प्रखंड के पिंजड़ी गांव के वार्ड नंबर 7 में जनगणना को लेकर पहले फेज में चल रहे मकान की गणना का कार्य कर रहे थे. इसी बीच दोपहर में अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद वह वापस घर लौट गए. घर पहुंचते ही उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और उन्हें बरबीघा के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. इलाज के बाद उनकी तबीयत में सुधार होने पर परिजनों ने घर लेकर चले गये. घर पहुंचते ही फिर तबीयत खराब हो गयी और उनकी मौत हो गई.

ट्रेनिंग के दौरान ठंड लगने से एक शिक्षक की मौत

पूर्णिया जिले के बायसी प्रखंड चोपड़ा पंचायत के तहत मध्य विद्यालय चंद्र गांव के प्रिंसिपल मोहम्मद इमाम हुसैन की मृत्यु आईजीआईएमएस पटना में शुक्रवार को इलाज के दौरान हो गई. मोहम्मद इमाम हुसैन की तबीयत ट्रेनिंग के दौरान ही बिगड़ने लगी थी. जिसके बाद आरंभ में अन्य शिक्षकों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था. वहीं मधुबनी जिले के लौकही प्रखंड के भुतही बलान नरहिया ओपी थाना के पास 9 जनवरी को हुए एक सड़क हादसे में शिक्षिका की मौके पर ही मौत हो गई थी. शिक्षिका जनगणना के कार्य में लगी हुई थी. शिक्षिका सरोज भारती मध्य विद्यालय नरैया में पदस्थापित थी और वह जातीय जनगणना के लिए अपने पिता के साथ फुलपरास थाना क्षेत्र के मुरली गांव से लौकही केशन पट्टी जा रही थी.

इनपुट : प्रभात खबर

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