पटनाः 30 अक्टूबर को बिहार में दो विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होना है. इसको लेकर सभी पार्टियां मैदान में चुनाव प्रचार के लिए उतर चुकी हैं. सोमवार को तेजस्वी यादव मुंगेर दौरे पर थे. तारापुर में उन्होंने नुक्कड़ सभा को संबोधित भी किया. इधर, सोमवार को ही आरजेडी (RJD) के ट्विटर हैंडल से तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का वीडियो पोस्ट किया गया जिसके जरिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर हमला किया गया है.
ट्विटर पर जो वीडियो पोस्ट किया गया है उसमें तेजस्वी यादव मछली मार रहे हैं. ट्वीट कर लिखा गया है, “आज नीतीश कुमार जी की स्टाइल में ‘छोटी मछली’ को पकड़ा है (पर नीतीश जी की तरह जानबूझकर नहीं!), पर जब सरकार में आएंगे तो ‘बड़ी मछलियों’ अर्थात पर्दे के पीछे के असली भ्रष्ट ‘खिलाड़ियों’ को पकड़ेंगे.”
आज नीतीश कुमार जी की स्टाइल में 'छोटी मछली' को पकड़ा है (पर नीतीश जी की तरह जानबूझकर नहीं!☺️), पर जब सरकार में आएँगे तो 'बड़ी मछलियों' अर्थात पर्दे के पीछे के असली भ्रष्ट 'खिलाड़ियों' को पकड़ेंगे- श्री @yadavtejashwi जी pic.twitter.com/pBUfAG7f4J
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) October 19, 2021
इसके पहले तेजस्वी यादव ने मुंगेर के तारापुर सोमवार को जनता से आरजेडी के पक्ष में मतदान करने की अपील की. उन्होंने कहा कि सरकार और विपक्ष में ज्यादा का अंतर नहीं है, दो सीट और मिल गए तो खेला हो जाएगा. इसलिए आप सभी आरजेडी के पक्ष में मतदान करके लालू यादव के हाथों को मजबूत करें. आरजेडी की जीत होने पर गरीबों की सरकार आएगी.
रोजगार तो दूर, नौकरी भी चली गईः तेजस्वी
जनसभा संबोधित करने के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की सरकार आने वाली थी, लेकिन बेईमानी कर हमें हरा दिया गया. वोट काउंटिंग में धांधली की गई और देर रात बैक डोर से एनडीए की सरकार सत्ता में आ गई. हमने सरकार में आने से पहले वादा किया था कि हम 10 लाख युवाओं को रोजगार देंगे. इसपर उन्होंने 19 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही थी, लेकिन रोजगार तो छोड़िए जिसकी नौकरी थी, वो भी बेरोजगार हो गए.
अपने विधायक की जान तक नहीं बचा पाए नीतीश
नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी नाकामी का इससे बड़ा उदाहरण क्या होगा कि वो अपनी पार्टी के विधायक मेवालाल चौधरी की जान तक नहीं बचा पाए. जान तो दूर वे उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती तक नहीं करवा पाए. वहीं, शशिभूषण हजारी तो पहले ही स्थिति को देखते हुए दिल्ली चले गए थे. ऐसे में जब वे अपने विधायकों की जान नहीं बचा पा रहे तो वो जनता की जान क्या बचाएंगे.
Source : abp news