गुजरात के सूरत से टेक्सटाइल से जुड़े सामान को बिहार ले जाने के लिए 25 मालगाड़ी के डिब्बों से लैस पहली विशेष ‘कपड़ा पार्सल’ ट्रेन को शनिवार को रवाना किया गया. देश में जिस तरह पहली बार कृषि उत्पादों को ढोने के लिए किसान रेल चलाई गई थी, उसी तर्ज पर कपड़े के व्यवसाय में लगे लोगों की मदद के लिए कपड़ा पार्सल ट्रेन शुरू की गई है. गुजरात का सूरत टेक्सटाइल इंडस्ट्री का हब माना जाता है जहां से यह मालगाड़ी बिहार के लिए निकली है.

कोरोना के दौरान सूरत के कपड़ा व्यवसाय पर गंभीर असर पड़ा है. लॉकडाउन और तमाम बंदिशों के चलते सूरत की फैक्ट्रियों में माल भरे पड़े हैं. हालांकि नए ऑर्डर पर कुछ असर दिखा है क्योंकि लॉकडाउन का ऐलान होते ही कपड़ा मिलों में काम करने वाले श्रमिक अपने गांव-घर लौट गए थे. अब जब लॉकडाउन खत्म हुआ है तो लोग मिलों की तरफ रूख कर रहे हैं. मिलें चल पड़ी हैं और कपड़े का उत्पादन भी तेज हो गया है. हालांकि ट्रेनों की आवाजाही में अभी पाबंदियों का असर है जिसे दूर करने के लिए रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है. परिवहन के चलते कपड़ा व्यवसायियों को सप्लाई में दिक्कत न हो, इसके लिए रेलवे ने टेक्सटाइल से जुड़े माल सूरत से बिहार भेजने के लिए पार्सल ट्रेन चलाई है.

क्यों चलाई गई यह ट्रेन

पश्चिम रेलवे के अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि किफायती, तेज और सुरक्षित परिवहन के जरिये सूरत के कपड़ा बाजार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह विशेष ट्रेन चलाई गई है. यानी कि अब कपड़ा खुद चलकर बिहार के व्यवसायियों तक पहुंचेगा. बस इसके लिए उन्हें कपड़ा मिलों को ऑर्डर देना होगा और उनके स्थान तक रेल के जरिये माल पहुंचाया जाएगा.

दानापुर और मुजफ्फरपुर पहुंचेगा माल

पश्चिम रेलवे ने कहा कि रेल और कपड़ा राज्यमंत्री दर्शना जरदोश ने शनिवार को सूरत के उधना न्यू गुड्स शेड से पटना के नजदीक दानापुर और मुजफ्फरपुर के रामदयालू नगर के लिए इस विशेष ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. बिहार के इन दो स्टेशनों पर टेक्सटाइल का माल उतरेगा जहां से अलग-अलग जगहों पर सप्लाई की जाएगी. इससे कपड़ा व्यापारियों की चिंता दूर होगी कि सूरत से उनकी दुकान तक कपड़ा कैसे पहुंचेगा. रेल विभाग ने इस चिंता को दूर करने के लिए खास पार्सल ट्रेन चलाया है.

सूरत से ट्रेन की रवानगी के वक्त पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों समेत स्थानीय विधायक और फेडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि मौजूद रहे. पश्चिम रेलवे ने कहा है, ‘उधना न्यू गुड्स शेड में एनएमजी (नए माल डिब्बे) डिब्बों में पहली बार कपड़ा सामग्री को लोड किया गया है. इस दिशा में पहली बार कपड़ा पार्सल विशेष ट्रेन उधना न्यू गुड्स शेड से कपड़ा सामग्री लेकर पटना और मुजफ्फरपुर के लिए चलाई गई.’

इन 4 जगहों से होगी सप्लाई

इससे पहले पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल ने हाल ही में पहली बार 202.4 टन कपड़ा सामग्री को सूरत के पास चलथन से कोलकाता के शालीमार तक पहुंचाया था. वेस्टर्न रेलवे ने इस काम को तेजी देने के लिए अपने क्षेत्र में चार टर्मिनल बनाए हैं जो मुंबई डिविजन में हैं. इन 4 क्षेत्रों में सूरत, उधना न्यू गुड्स शेड्स, चलथन और गंगाधारा के नाम हैं. इन चार जगहों से देश के अलग-अलग हिस्से के लिए टेक्सटाइल के माल लोड किए और भेजे जा रहे हैं. रेलवे की कोशिश है कि सूरत से देश के अलग-अलग हिस्सों में टेक्सटाइल का ट्रैफिक बढ़ाया जाए और सप्लाई में कोई रुकावट न आए.

Source : Tv9 bharatvarsh

15 thoughts on “सूरत से पहली टैक्सटाइल पार्सल ट्रेन बिहार के लिए रवाना, अब फैक्ट्री से सीधा दुकान तक पहुंचेगा माल”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *