भारत सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार सभी धर्म स्थलों को 08 जून से खोल दिया जायेगा. इसी कर्म मे शहर के प्रसिद्ध बाबा गरीबनाथ धाम भी आज से भक्तो के लिए खोल दिया जायेगा. मगर पिछले दिनों जिले मे हुई बारिस से पुरे रास्ते मे गंदगी और पानी भरा हुआ है. ऐसे में वार्ड 21 में हो रखे जलजमाव के विरोध और सफाई करवाने की मांग के लिए रविवार को पूर्व विधायक विजेंद्र चौधरी ने अपने समर्थकों के साथ धरना दिया। गरीबस्थान मंदिर रोड में जलजमाव व नारकीय हालत को लेकर नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा पर जमकर बरसे। कहा कि में जलजमाव के कारण स्थानीय लोग व दुकानदारों का जीना मुहाल है। वैसे तो पूरे शहर की हालत नारकीय बनी हुई है। कोरोना के साथ शहर में फैली भारी गंदगी से एक नई महामारी फैलने का खतरा बना हुआ है। पूर्व विधायक ने कहा कि ढाई माह के लॉकडाउन के बाद केंद्र सरकार के फैसले के आधार पर गरीबस्थान मंदिर खुलने जा रहा है। श्रद्धालुओं गंदगी व जलजमाव से होकर मंदिर में प्रवेश करना होगा। उन्होंने शहर में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर पर नाराजगी जतायी। उन्होंने कहा कि शहरवासियों को भारी कठिनाई हो रही है। धरनास्थल पर पूर्व विधायक व उनके समर्थकों ने नारेबाजी की और समस्या के तत्काल समाधान की मांग की। उन्होंने कहा कि निदान नहीं होने पर आंदोलन करेंगे। धरना में पूर्व वार्ड पार्षद राजकुमार राजू, रवि कुमार आडवाणी, राम नारायण पटेल, रमेश गुप्ता, विवेक कुमार, विनोद कुमार, मोहन गुप्ता, राजन कुमार आदि ने हिस्सा लिया।
वहीं इस जलजमाव के मामले में वार्ड 21 के पार्षद के० पी० पप्पू ने कहा कि यह जलजमाव सफाई हो रहे साहू पोखर का पानी है। और इस जलजमाव का कारण पिछले 15 वर्षों से गोला बांध रोड में किए गए नाले का अतिक्रमण है। जो पूर्व विधायक के समय से ही है। छठ के समय भी जब पोखर की सफाई होती थी तो गरीब स्थान का इलाका डूब जाता था। उन्होंने प्रयास कर इस जगह की सड़कें ऊंची करवाई है जिस कारण वहां जलजमाव अपेक्षाकृत कम होता है।
बहरहाल सवाल तो यहां यही है कि इस गंदगी के बीच भक्त कैसे बाबा के दर्शन लिए गुजरेंगे।