मुजफ्फरपुर, बुधवार को पंजाब दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुरक्षा चूक मामले मे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे निंदनीय घटना बताया है. नीतीश कुमार ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सुरक्षा में इस तरह की चूक निंदनीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रधानमंत्री को सुरक्षा उपलब्ध करवाना राज्यों का दायित्व है. भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा ना हो. इसे ध्यान में रखते हुए जांच उपरांत दोषी लोगों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
नीतीश कुमार के इस बयान पर राजद के ऑफिसियल पेज से पलटवार किया गया है. सीएम नीतीश कुमार के क्यूट को टैग करते हुए राजद के ऑफिसियल पेज से कहा गया है की नीतीश कुमार दोहरे चरित्र के डरपोक मुख्यमंत्री है। इसी नीतीश कुमार के CM रहते 2013 में मोदी की हुंकार रैली, गांधी मैदान, पटना में बम विस्फोट हुए थे। नीतीश कुमार ने उस वक्त घटना की ज़िम्मेवारी क्यों नहीं ली थी? नीतीश कुमार ने इस वक्त अपनी ही सरकार की निंदा क्यों नहीं की जबकि मोदी की रैली में कई बम फूटे थे? पंजाब में तो प्रधानमंत्री पर तो कोई हमला नहीं हुआ, कोई बम विस्फोट नहीं हुआ। मुख्यमंत्री रहते इसी नीतीश कुमार की गाड़ी पर 2018 में बक्सर में महादलितों ने पत्थर मारे थे। जब उन्होंने अपनी ही सरकार की निंदा क्यों नहीं की? ये सब नौटंकीबाज हैं!
क्या था घटना
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को सड़क मार्ग से जाते समय एक फ्लाईओवर पर 15 से 20 मिनट के लिए उस वक्त फंस गए जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने रास्ते को अवरुद्ध कर दिया था। इसके बाद पीएम मोदी वहां से वापस लौट गए थे. भटिंडा हवाई अड्डे पर लौटने पर पीएम मोदी ने वहां के अधिकारियों से कहा, “अपने सीएम को धन्यवाद कहना, कि में भटिंडा हवाई अड्डे तक जिंदा लौट पाया।” केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने इस घटना को प्रधानमंत्री की सुरक्षा में गंभीर चूक करार दिया है।