बिहार में पिछले 14 दिनों के अंदर लगातार दूसरी बार पुलिस कर्मियों पर हमला हुआ है. यहां मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में पंचायत में भाग ले रहे दो प्रत्याशियों के बीच विवाद और हिंसक झड़प की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया. उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव भी किया.

बताया जा रहा है कि रविवार की देर रात पुलिस को सूचना मिली थी कि मुजफ्फरपुर के हथौड़ी इलाके में चुनावी रंजिश को लेकर दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई है. जिसके बाद वहां पहुंची पुलिस टीम पर भी उपद्रवियों ने हमला कर दिया. इस बवाल में गांव के 10 से अधिक लोग घायल हुए हैं. पुलिस कर्मियों को भी चोट लगी है. पुलिस की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हुई है.

मामले में हथौड़ी थानाध्यक्ष विनोद दास ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि पंचायत चुनाव में आपसी चुनावी रंजिश को लेकर दो प्रत्याशियों और उनके समर्थकों में बवाल हुआ है. इस सूचना पर जब मौके पर पुलिस की टीम गई तो. दोनों ओर से पथराव हो रहा था. पुलिस ने सभी को समझाकर शांत करने का प्रयास किया, लेकिन उपद्रवियों ने पथराव कर दिया. आधा दर्जन पुलिसकर्मी चोटिल हो गए है. पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गई है. थानाध्यक्ष दास ने बताया कि मामले में अभी किसी भी पक्ष ने शिकायत नहीं की है. लेकिन पुलिस अपनी ओर से कार्रवाई करेगी.

एसपी ने थानाध्यक्ष से रिपोर्ट तलब की

इधर मामले को लेकर SSP जयंतकांत ने हथौड़ी थानाध्यक्ष विनोद दास से रिपोर्ट मांगी है. SSP ने कहा कि विधि व्यवस्था बिगाड़ने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी. तो वहीं अनीता देवी के पति राम इकबाल पासवान ने बताया कि चुनाव परिणाम को लेकर उसके घर पर हमला किया गया. उसके समर्थकों की पिटाई की गई. इसके बाद गांव में रोड़ेबाजी हुई. जबकि पूर्व प्रमुख के पति रामसोगारथ पासवान ने बताया कि वे लोग भोज खाकर लौट रहे थे. इसी दौरान विरोधी पक्ष के लोगों ने चुनावी रंजिश को लेकर हमला कर दिया. जिसके बाद गांव में तनाव उत्पन्न हो गया.

पहले भी पुलिस पर हुआ था हमला

बता दें कि इससे पहले भी इसी महीने के पहले सप्ताह में सकरा पुलिस पर शराब माफियाओं ने हमला कर दिया था. बताया जा रहा है कि शराब पार्टी चलने की सूचना पर सकरा थानेदार सरोज कुमार देर रात छापेमारी करने गांव में गए थे. जिसके बाद उपद्रवियों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया गया. और इसके बाद कुछ पुलिसकर्मियों को बंधक भी बना लिया गया था. और उसके साथ मारपीट की गई थी. इसके पुलिस की तरफ से अपनी रक्षा में फायरिंग की गई. तब जाकर भीड़ तितर-बितर हुई और बंधक पुलिसकर्मी को छुड़ाया गया था.

Source : Tv9 bharatvarsh

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