मुजफ्फरपुर, मुजफ्फरपुर में वायु प्रदूषण का ग्राफ पटना व गया से आगे चल रहा है। सेंट्रल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी एक्यूआइ के मुताबिक शनिवार को मुजफ्फरपुर का प्रदूषण का ग्राफ 356 एक्यूआइ पर जाकर थमा। पटना का एक्यूआइ 328 तो गया का एक्यूआइ 221 पर जाकर रुका। इस तरह तुलना करे तो पटना, गया से आगे मुजफ्फरपुर शहर के प्रदूषण का ग्राफ है।

मंगलवार-बुधवार को रही राहत

मंगलवार को पटना का एक्यूआइ 297, गया का 170 व मुजफ्फरपुर का एक्यूआइ 297 पर पहुंचा था। वहीं बुधवार की बात करें तो मुजफ्फरपुर का एक्यूआइ 254, पटना का 271 और गया का एक्यूआइ 174 पर जाकर थमा। लेकिन बुधवार के बाद लगातार उसमें इजाफा हो रहा है।

सांस लेने में परेशानी

इसके साथ ही सांस संबंधी बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सदर अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ डा.अनिल कुमार सिंह ने बताया कि प्रदूषण बढऩे से लोगों में सुबह में सांस लेने में परेशानी की शिकायतें मिल रही हैं। आम लोगों से अपील है कि वह मास्क का उपयोग करें। कचरे को इधर-उधर नहीं जलाएं। शहर में जाम भी प्रदूषण को बढ़ावा देने में सहायक हो रहा है।

यह बन रहे कारण

सड़क पर उड़ रहे पुराने धुंआ देने वाले वाहनों के परिचालन, जगह-जगह पर कचरा का जलना व जाम

वायु प्रदूषण का ये रहा ग्राफ

तिथि—-मानक

तीन नवंबर—244 एक्यूआइ

चार नवंबर—285 एक्यूआइ

पांच नवंबर—306 एक्यूआइ

छह नवंबर–303 एक्यूआइ

सात नवंबर–321 एक्यूआइ

आठ नवंबर —358 एक्यूआइ

10 नवंबर —-249 एक्यूआइ

11 नवंबर—-256 एक्यूआइ

12 नवंबर—-202 एक्यूआइ

13 नवंबर—255 एक्यूआइ

14 नवंबर—254 एक्यूआइ

15 नवंबर–231 एक्यूआइ

16 नवंबर—290 एक्यूआइ

17 नवंबर—254 एक्यूआइ

18 नवंबर—316 एक्यूआइ

19 नवंबर—333 एक्यूआइ

20 नवंबर–353 एक्यूआइ

वायु गुणवत्ता का ये है मानक

शून्य से 50 के बीच एक्यूआइ अच्छा, 51 से 100 संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 बहुत खराब और 401 से 500 के बीच को गंभीर श्रेणी में माना जाता है।

इनपुट : जागरण

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