मुजफ्फरपुर : देवरिया थाना के धरफरी गाव में पिछले चार वर्षो से लोगों के साथ घुलमिल कर रह रहे राम प्यारे बंदर की 11 केबी के तार में फंस कर मौत हो गई। इससे गांव में मातम पसर गया। बंदर की मौत की खबर सुनकर सैकड़ों लोग जमा हो गए और अर्थी जुलूस निकाल नारायणी नदी घाट पर उसका दाह-संस्कार कर दिया।
बताया जाता है कि चार साल पूर्व गांव में बंदरों की जमात आई थी जिसमें से एक बंदर गाव में ठहर गया। धीरे- धीरे बच्चो के साथ खेलना शुरू किया और समय के साथ हर ग्रामीण के साथ पूरी तरह घुलमिल गया। दो साल पूर्व से कोई भी व्यक्ति घर से साइकिल या बाइक से बाहर निकलते तो उनके साथ सवार होकर निकल जाता। फिर काफी मान- मनौव्वल के बाद लौटता। उसका स्वभाव ऐसा बन गया था कि जो लोग खाना खाते होते थे तो उनके समीप बच्चे की तरह बैठ जाता और जब तक एक रोटी नहीं देते वहीं बैठा रहता। सुबह-शाम हर दरवाजे पर जाने और बच्चों के साथ खेलने के बाद लौट जाता। ग्रामीण बताते हैं कि बंदर समाज का एक सदस्य बनकर रह रहा था। बच्चे बंदर को नहीं देख रोते हुए पूछ रहे कि राम प्यारे कहा चला गया। उसकी शवयात्रा में दो सौ से अधिक लोग शामिल हुए।
ननिहाल आई बच्ची की डूबने से मौत
पारू थाना के कमलपुरा गाव में खेलने के दौरान ननिहाल आई डेढ़ वर्षीय बच्ची की पानी में डूबने से मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया। थानाध्यक्ष राजेंद्र साह ने बताया कि बच्ची की मौत पानी में डूबने से होना प्रतीत हो रहा है। उधर, मृतका की मां गीता देवी ने बताया कि कुछ दिन पहले वह अपने ससुराल देवरिया गाव से अपनी डेढ़ वर्षीय पुत्री ऋतु कुमारी के साथ मायके कमलपुरा आई थी। शुक्रवार को वह दरवाजे पर खेल रही थी। इस दौरान वह घर के पास गहरे पानी में डूब गई जिससे उसकी मौत हो गई।
इनपुट : जागरण