बिहार में झोलाछाप डॉक्टर अब गरीब और भोले भाले लोगों पर रुपए के लालच में कहर बरपा रहे हैं। मुजफ्फरपुर में इनका एक के बाद एक कारनामा उजागर हो रहा है। जिले में सकरा पीएचसी और सकरा थाने से महज 25 फीट की दूरी पर रेलवे लाइन किनारे स्थित एक निजी नर्सिंग होम के डॉक्टर ने गलत ऑपरेशन कर हाइड्रोसिल काट कर हटा दिया। इससे पहले सकरा में गर्भाशय ऑपरेशन के दौरान दोनों किडनी निकाल देने और फिर एक महिला के पेशाब नली काट देने का मामला सुर्खियों में आ चुका है।

जानकारी के मुताबिक सकरा वाजिद गांव के कैलाश महतो ने अपने हार्निया का ऑपरेशन सकरा थाना के पास स्थित एक निजी नर्सिंग होम में कराया था। लेकिन, ऑपरेशन के बाद पेट फूल गया और हाइड्रोसील में सूजन हो गया। जब इसकी शिकायत नर्सिंग होम के डॉक्टर से की गई तो दूसरी बार ऑपरेशन कर एक हाइड्रोसील काटकर निकाल दिया। डॉक्टर ने मरीज को बताया कि बीमारी को बाहर निकाल दिया है।

गोलगप्पा बेचता था पीड़ित कैलाश महतो

कैलाश महतो गोलगप्पा बेचकर परिवार चलाते है। परिजनों को जब इलाज के हकीकत की जानकारी हुई तो विरोध किया । आरोपी डॉक्टर ने फिर से उसका इलाज किया। उसके बाद भी कैलाश महतो की बीमारी ठीक नहीं हुई। उनकी परेशानी और बढ़ गयी तो आरोपी चिकित्सक उन्हें मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराकर भाग निकला।

अबतक एफआईआर नहीं

कैलाश महतो की पत्नी संगीता देवी ने गलत ऑपरेशन करने का आरोप सकरा के नर्सिंग होम के डॉक्टर पर लगाया है। लेकिन अब तक इस मामले में कहीं भी लिखित शिकायत नहीं की गई है। जिस नर्सिंग होम और डॉक्टर पर गलत इलाज का आरोप है उससे संपर्क नहीं हो सका। कैलाश महतो की हालत बिगड़ने के बाद से आरोपी डॉक्टर फरार है।

इस मामले में सिविल सर्जन डॉ यू पी शर्मा ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेकर जानकारी ली जा रही है। उन्होंने कहा है कि एसे लोगों को चिन्हित कर एफआईआर दर्ज कराया जाएगा। ताजा मामला उनके संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराई जा रही है। आरोप लगाए गए नर्सिंग होम की जांच कराई जा रही है। सिविल सर्जन ने लोगों को जागरुक रहने और झोलाछाप डॉक्टरों से बचने की सलाह दी है।

किडनी गंवाने वाली सुनीता को मिलेंगे पांच लाख रुपये

इससे पहले फर्जी डॉक्टरों के हाथों सुनीता नाम की एक महिला अपनी दोनों किडनी गवां चुकी है। सरकार की ओर से सुनीता को मुआवजे के रूप में पांच लाख रुपये दिए जाएंगे। इस संबंध में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव एडीजे संदीप अग्निहोत्री ने डीएम सह प्राधिकार के उपाध्यक्ष को पत्र लिखा है। प्राधिकार की ओर से बीते दिनों हुई बैठक में सकरा की सुनीता देवी को मुआवजा के लिए अनुसंशा की गई थी।

क्रिमिनल इंजरी मुआवजा बोर्ड की ओर से मुआवजा को स्वीकृति दी गई है। प्राधिकार की ओर से सुनीता को कानूनी सहायता के लिए पारा लीगल वालंटियर की सुविधा दी है। प्राधिकार ने सुनीता के संबंध में अखबारों में छपी खबर पर संज्ञान लिया था।

नियमित डायलिसिस पर है सुनीता

लंबे समय से सुनीता एसकेएमसीएच में भर्ती है। नियमित रूप से उसकी डायलिसिस कराई जाती है। आर्थिक संकट के कारण सुनीता के परिजनों को दर-दर भटकना पड़ रहा है। इस पर संज्ञान लेते हुए प्राधिकार ने संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर इलाज, मुआवजा व कानूनी सहायता के लिए पहल की है।

Input : live hindustan

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