मुजफ्फरपुर, रामदयालु सिंह महाविद्यालय बुधवार को 75 वर्ष हो गया. इस अवसर पर पुरे धूमधाम से स्थापना दिवस समारोह मनाया गया. समारोह की अध्यक्षता बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी ने की. वहीं मुख्य अतिथि के रूप में बिहार विधान सभा के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर शामिल हुए. इनके अलावा जिले के सभी विधायक व सांसद भी मौके पर मौजूद रहे.

समारोह मे बिहार के परंपरागत नॉटय, नृत्य एवं गीतों की रंगारंग प्रस्तुति की गई. स्थापना दिवस समारोह हीरक जयंती के रूप में मनाया गई. मौके पर कुलपति ने कहा कि रामदयालु सिंह महाविद्यालय के 75 वें स्थापना दिवस समारोह अपने आप में गौरव का पल है। जिन महान व्यक्तित्वों ने इस कॉलेज की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान दिया है उनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है। रामदयालु बाबू का व्यक्तित्व काफी विराट था। उनकी प्रेरणा और आशीर्वाद से ही कॉलेज का उत्तरोतर विकास हो रहा है। प्राचार्य डॉ अमिता शर्मा की देखरेख में कॉलेज का शैक्षणिक और सांस्कृतिक विकास काफी अच्छे से हो रहा है। महाविद्यालय के शिक्षक, छात्र एवं कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी से करें तो विश्वविद्यालय का चतुर्दिक विकास निश्चित है।

प्रति कुलपति प्रोफ़ेसर रविंद्र कुमार ने कहा कि राम दयालु सिंह कॉलेज अपने 75 वर्ष की यात्रा में शैक्षिक और सांस्कृतिक दृष्टि से कीर्तिमान स्थापित किया है। रामदयालु बाबू के व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर हमें आगे बढ़ने की जरूरत है।

विशिष्ट वक्ता पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि 75 वें स्थापना दिवस पर हमें संकल्पित होकर कॉलेज के चतुर्दिक विकास में अपना योगदान देने की जरूरत है। प्राचार्य डॉ अमिता शर्मा पूरे मनोयोग से कॉलेज के चतुर्दिक विकास में लगी हुई हैं।
साहित्यकार डॉ संजय पंकज,नगर विधायक विजेंद्र चौधरी एवं रुनीसैदपुर विधायक पंकज मिश्रा ने भी कॉलेज के विकास पर चर्चा की और प्राचार्य के कार्य क्षमता की प्रशंसा की।

स्वागत भाषण करते हुए प्राचार्य डॉ अमिता शर्मा ने कहा कि कॉलेज का 75 वां स्थापना दिवस समारोह हीरक जयंती के रूप में मनाना अपने आप में महान है। इस अवसर पर कुलपति महोदय के साथ-साथ अन्य विशिष्ट अतिथियों के आने से कॉलेज का गौरव बढ़ा है। पूरा कॉलेज परिवार आगत अतिथियों के प्रति अपना आभार व्यक्त करता है। सबों के प्रयास से यह हीरक जयंती समारोह एक नया मील स्तंभ स्थापित करने में सक्षम हो सका है।

पत्रिका का विमोचन:- इस अवसर पर कॉलेज के पत्रिका “वर्तिका” का हीरक जयंती विशेषांक का विमोचन किया गया है। पत्रिका के प्रधान संपादक डॉ रजनीश कुमार गुप्ता ने कहा कि हीरक जयंती के अवसर पर वर्तिका पत्रिका का प्रकाशन अमूल्य है क्योंकि यह इतिहास कि वह सुदृढ़ धारा है जो स्वर्णिम भविष्य का नव विज्ञान सिद्ध हो सकती है।

कार्यक्रम की प्रस्तुति:- इस अवसर पर भरतनाट्यम, सावन गीत, क्लासिकल तबला सोलो, एवं झिझिया नृत्य की प्रस्तुति की गई।

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