पटना. पटना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जिसका सरगना एमटेक की डिग्री हासिल कर चुका है और दौलत और शोहरत की खातिर एटीएम (ATM) काटा करता था. एटीएम काटने के पीछे मकसद था एमएलसी का चुनाव (Bihar MLC Election) लड़ना. दरअसल पटना में पिछले 2 महीने में चार एटीएम काटे जाने के बाद पुलिस महकमा सकते में था. पुलिस की टीम ने अपने अनुसंधान में पाया कि चारों एटीएम को एक ही तरीके से काटा गया है. पुलिस ने जब पूरे मामले की छानबीन शुरू की तब चंद दिनों के बाद ही वह गिरोह तक पहुंच गई.

इस गिरोह का सरगना बड़हरिया सिवान कराने वाला कौशल चौधरी है. कौशल एम टेक करने के बाद कई दिनों तक व्यवसाय कर रहा था लेकिन व्यवसाय में मनमाफिक मुनाफा नहीं होते देख उसने शॉर्टकट तरीके से पैसे कमाने की सोची. इसके बाद कौशल ने यूट्यूब के माध्यम से एटीएम काटने के तरीके को बारीकी से सीखा. एटीएम काटने में किन-किन औजारों की जरूरत पड़ती है इसकी जानकारी भी कौशल ने यूट्यूब से ही ली, इसके बाद कौशल ने एक गैंग तैयार किया. इस गैंग में सीवान के ही बगल के जिले के गोपालगंज के मीरगंज का संतोष सोनी भी शामिल हो गया.

संतोष सोनी पेशे से आभूषण कारोबारी रहा है लेकिन पैसे की लालच ने उसे कौशल का साथ देने के लिए प्रेरित किया. इन दोनों ने देखते ही देखते एक बड़ा गैंग तैयार कर लिया और उसके बाद एटीएम काटने की रणनीति बनाई. 15 दिसंबर 2021 को इस गैंग ने सबसे पहले पटना में इंडियन ओवरसीज बैंक के एटीएम को क्षतिग्रस्त कर रुपए निकालने का प्रयास किया. इसके बाद 27 जनवरी को कोतवाली थाना के पास सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम को गैस कटर से काटने की कोशिश की गई. 2 दिनों बाद 29 जनवरी को दीघा स्थित कोटक बैंक के एटीएम को तोड़कर रुपए निकालने की कोशिश की गई लेकिन संयोग यह रहा कि किसी भी एटीएम से पैसे निकालने में अपराधियों को कामयाबी नहीं मिली.

पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दीघा इलाके में जब छापेमारी की तब एमटेक पास कौशल और उसका साथी संतोष पुलिस के गिरफ्त में आ गए. दरअसल गिरोह ने पाटलिपुत्र इलाके में किराए पर अपार्टमेंट में एक आलीशान फ्लैट ले रखा था. इस फ्लैट में कुल पांच अपराधी थे लेकिन पुलिस की छापेमारी की भनक मिलते ही तीन अपराधी भागने में सफल रहे. पुलिस ने मौके से एटीएम तोड़ने वाली मशीन और दूसरे सामानों को भी जब्त किया है.

इन सामानों में ड्रिल मशीन, वेल्डिंग मशीन, खंती, एटीएम खींचने का रस्सा, छेनी, हथौड़ा दस्ताना और चाकू जैसे सामान बरामद किए गए हैं. दरअसल दीघा के कोटक बैंक के एटीएम में लगे कैमरे के माध्यम से पुलिस टीम पाटलिपुत्र स्टेशन के पास बिहार कुंज अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 205 तक पहुंच गई जहां कौशल और संतोष के अलावा गिरोह के दूसरे सदस्य रहते थे. इस गिरोह के सदस्य छपरा, सीवान और गोपालगंज के अलावा उत्तर प्रदेश के रहने वाले बताए जाते हैं.

Source : News18

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