रांची के रिम्स से पांच दिन पहले फरार सजायाफ्ता हार्डकोर नक्सली कृष्णमोहन झा उर्फ अभयजी उर्फ कालीजी को गुरुवार के भोर में मुजफ्फरपुर के पुरानी बाजार स्थित एक सर्राफ के घर से दबोच लिया गया। मुजफ्फरपुर नगर थाना और रांची के बरियातु थाने की संयुक्त पुलिस कार्रवाई में शरणदाता सराफा कारोबारी मुकेश कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक कृष्णमोहन की फरारी में भी मुकेश ने मदद की थी। रांची पुलिस ने मौके से दो मोबाइल जब्त की है। गिरफ्तारी के बाद दिन में दोनों आरोपितों को लेकर पुलिस रांची के लिए निकल गई। जब्त मोबाइल का सीडीआर निकाला जा रहा है। इससे नक्सलियों के पूरे नेटवर्क व सर्राफ कनेक्शन का पुलिंदा खुलेगा।

मुकेश का घर पुरानी बाजार में जुम्मा मस्जिद के पास है। मुकेश के पिता रिटायर बैंक मैनेजर हैं। 20 सितम्बर से कृष्णमोहन मुकेश के घर में छिपा था। बरियातु थाना के सब इंस्पेक्टर आकाश भारद्वाज गिरफ्तारी के बाद दोनों से कड़ी पूछताछ की। फिर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था कर स्थानीय पुलिस ने इन्हें झारखंड के लिए रवाना किया। नगर थाने के अधिकारियों की मानें तो रांची पुलिस को कृष्णामोहन के भागने के बाद कई खुफिया इनपुट मिले थे। उसी आधार पर रांची पुलिस देर रात मुजफ्फरपुर पहुंची। एसएसपी जयंतकांत से मिलकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। एसएसपी ने नगर थानेदार ओमप्रकाश को टीम भेजकर कृष्णामोहन की गिरफ्तारी में सहयोग का निर्देश दिया। नगर थाने के सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार पंडित और रांची पुलिस के सब इंस्पेक्टर आकाश भारद्वाज की टीम ने पुरानी बाजार में टावर लोकेशन लेकर मुकेश के घर को चिह्नित किया। फिर उसकी नाकेबंदी कर छापेमारी की गई।

पुलिस को गुमराह करने का मुकेश ने किया प्रयास:

पुलिस टीम ने मुकेश के घर को चिह्नित करने के बाद भोर में करीब तीन बजे घर को खुलवाया। मुकेश ने ही गेट खोला। पुलिस को देख वह घबड़ा गया। वह घर में जाने लगा। इसपर पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया। उससे नाम पूछा। लेकिन, वह चुप रहा। पुलिस की सख्ती के बाद उसने अपना नाम मनोज बताया। फिर पुलिस ने मुकेश के संबंध में पूछा। इसपर उसने बताया कि यह गलत घर है। रात में ऐसे परेशान नहीं करें। पुलिस पर गुस्सा दिखाने लगा। रांची पुलिस की तकनीकी सेल फिर मुकेश का लोकेशन मौके से लिया और घर उसी का बताया। इसके बाद पुलिस ने उसपर सख्ती की। घर में घुसी और कमरों की तलाशी लेने लगी।

पीछे वाले कमरे में अकेले सोया था कृष्णमोहन :

तलाशी के दौरान पुलिसकर्मियों ने मुकेश को चुप करा रखा था। कमरों की तलाशी शुरू की। एक कमरे में उसके पिता सोये थे। दूसरे कमरे में मुकेश का परिवार। वहीं, पीछे वाले कमरे में एक व्यक्ति सोया था जो खटपट की आवाज होने पर जग गया। पुलिस की उसपर नजर पड़ी। वह खुद को चादर से छिपने का प्रयास किया। लेकिन, तबतक पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया फिर कृष्णमोहन और मुकेश को गिरफ्तार कर नगर थाने लाया गया।

सर्राफ का नक्सली कनेक्शन :

पुलिस सूत्रों की मानें तो सर्राफ मुकेश के पकड़े जाने पर स्पष्ट हो गया कि उसका नक्सलियों से कनेक्शन है। वह कारोबार की आड़ में नक्सलियों के लिए फंड भी जुटाता था। बताया जाता है कि मुकेश ने ही उसे रिम्स से भगाने में मदद की थी। वह कृष्णमोहन की पहरेदारी में लगे आर्म्स गार्ड को मिठाई में नशा खिलाकर बेहोश किया था। उसके बाद ही कृष्णमोहन भागा था। मुकेश के खिलाफ नगर थाने में अपनी भाभी से मारपीट और छेड़खानी के प्रयास को लेकर केस दर्ज है।

कुढ़नी के बथना का रहने वाला :

नक्सली कृष्णमोहन झा मुजफ्फरपुर के कुढ़नी थाना क्षेत्र के बथना का रहने वाला है। लेकिन, वह अधिकांश समय झारखंड में ही सक्रिय रहा। कई वर्षों से अपने गांव नहीं आया था। जब वह रिम्स से फरार हुआ था तो विशेष टीम उसे खोजते हुए गांव में उसके घर गयी थी। लेकिन, वहां से जानकारी मिली की वह लंबे अरसे से गांव नहीं आया है।
कृष्णमोहन के लिवर में संक्रमण था। नाक से भी खून आता था। इसकी शिकायत पर बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से रिम्स में भर्ती कराया गया था। जहां उसकी उसकी मां भी उसे देखने गयी थी। उसकी देखरेख में तीन गार्ड तैनात थे।

पुलिसकर्मी के पेट में किया था बम प्लांट :

रांची पुलिस की मानें तो कृष्ण मोहन झा हार्डकोर नक्सली है। वर्षों पहले एक पुलिसकर्मी को अगवा किया था। उसकी हत्या करने के बाद उसके पेट में बम प्लांट किया था। इसके बाद पुलिस को शव ले जाने के लिए बुलाया था। शव लेने आने वाले पुलिस अधिकारियों को बम से उड़ाने की उसकी मंसा थी। लेकिन, पुलिस ने सतर्कता से शव को कब्जे में लिया था। तब बड़ी वारदात नहीं हो सकी। वह हत्या और अपहरण मामले में उम्रकैद की सजा पाया था। पांच साल से जेल में बंद था। उसके खिलाफ रांची के सुखदेव नगर थाना में अपहरण, हत्या के अलावा मुशहरी, लातेहार बरवाडीह, गुमला और पूसा में थाना में अपरहण, हत्या और मारपीट के कई केस दर्ज हैं। मुजफ्फरपुर में भी उसके आपराधिक रिकार्ड को खंगाला जा रहा है।

Input : live hindustan

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