मुजफ्फरपुर. बिहार राज्य पथ परिवहन निगम लिमिटेड (बीएसआरटीसी) की बसों के किराये में सरकार ने 10 से 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की है. बढ़ा किराया आठ मार्च से ही लागू हो गया है. तीन साल के बाद सरकार ने किराये में बढ़ोतरी की है.
सरकारी बसों के किराये में भले ही वृद्धि हुई है, लेकिन निजी बसों की तुलना में इसका भाड़ा कम है.
वर्तमान में सामान्य सरकारी बस में पटना का किराया 70 से बढ़कर 80 रुपये किया गया है. सेमी डीलक्स में 95 रुपये, डीलक्स में 113 रुपये, सुपर डीलक्स में 125 रुपये व इलेक्ट्रिक बस का किराया 150 रुपये है.
हाल में निगम ने पुरानी सामान्य बसों के साथ सेमी डीलक्स, डीलक्स, एसी व इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन शुरू किया है. लंबी दूरी की बसों का परिचालन अगले दो-तीन दिन में परमिट जारी होने के बाद शुरू हो जायेगा.
पटना से रक्सौल, सिलीगुड़ी, गोपालगंज, शिवहर, जनकपुर आदि जगहों के लिए ये बसें चलेंगी. इन सभी का परिचालन भाया मुजफ्फरपुर होगा. बीएसआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक अाशीष कुमार पांडेय ने बताया कि पटना में विभाग की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत किराये में वृद्धि की गयी है. अब निगम से बहुत सी नयी बसों का परिचालन भी शुरू किया गया है.
निजी बसों में बढ़ा किराया ले रहे कंडक्टर
बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन ने निजी बसों के किराये में 15 मार्च से 20 प्रतिशत बढ़ोतरी की बात कही थी. लेकिन मोतिहारी, समस्तीपुर, बेगूसराय व पटना रूट में कुछ बस के कंडक्टर यात्री से बढ़ा किराया वसूलने लगे हैं. इसको लेकर यात्री व कंडक्टर में बहस भी हो रही है. यात्री अमित ने बताया कि वे पटना से मुजफ्फरपुर आ रहे थे, उनसे कंडक्टर ने 125 रुपये लिये.
उन्होंने कहा कि भाड़ा अभी नहीं बढ़ा है, यह तो 15 मार्च से बढ़ने वाला है, लेकिन कंडक्टर ने मानने से इनकार कर दिया. मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के प्रवक्ता कामेश्वर महतो ने बताया कि सभी बस ऑपरेटर को नया भाड़ा बढ़ाने संबंध में दिशा-निर्देश जारी किया गया है. किराया तय हो रहा है. ऐसी शिकायत नहीं होनी चाहिए. किसी एक-दो कंडक्टर द्वारा ऐसा किया गया है, तो उसे देखा जायेगा.
सरकारी बस का नया किराया मुजफ्फरपुर स्टैंड से
सामान्य बस
- हाजीपुर 49 रुपये
- पटना 80 रुपये
- दरभंगा 61 रुपये
- मोतिहारी 80 रुपये
- सीतामढ़ी 61 रुपये
- शिवहर 61 रुपये
इनपुट : प्रभात खबर