एनडीए (NDA) से अलग-थलग कर दिए गए चिराग पासवान (Chirag paswan) से दिल्ली में बीजेपी सांसद अजय निषाद (Ajay Nishad) ने मुलाकात की है. सांसद अजय निषाद ने दिल्ली में चिराग पासवान के 12 जनपथ आवास पर मुलाकात की. बिहार के दोनों सांसदो के बीच करीब आधे घंटे तक मुलाकात चल. बीजेपी सांसद अजय निषाद और चिराग पासवान के बीच इस मुलाकात का महत्व इसलिए बढ़ जाता है कि क्योंकि बिहार के बोचहां सीट पर उपचुनाव (Bochan by-election) है. बोचहां विधानसभा सीट मुजफ्फरपुर संसदीय क्षेत्र में है और अजय निषाद मुजफ्फरपुर से बीजेपी के सांसद है.

इसके बाद दोनों नेताओं की मुलाकात की वजह बोचहां विधानसभा उपचुनाव को लेकर हुई. मुलाकात के बाद बीजेपी सांसद ने बताया कि उन्होंने चिराग पासवान से बोचहां सीट पर बीजेपी का समर्थन करने की अपील की जिसके बाद चिराग पासवान ने कहा कि वे उनके साथ हैं. इस दौरान पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पत्नी से भी मुलाकात हुई

सियासी समीकरण बनने बिगड़ने की संभावना

वरिष्ठ पत्रकार शिवेंद्र नारायण सिंह ने दोनों नेताओं की मुलाकात पर कहा कि बीजेपी बोचहां विधानसभा में जातीय समीकरण साधने की फिराक में है. बिहार में इस एक सीट पर हार जीत से पार्टियों के गणित में बदलाव जरूर आएगा. लेकिन सियासी समीकरण बनने बिगड़ने की संभावना नहीं के बराबर है. इसके बावजूद बीजेपी इस सीट को हर हाल में जीतना चाहेगी इसकी वजह एक तो यह है कि बीजेपी हर चुनाव को गंभीरता से लड़ती है. तो वहीं दूसरी तरह यह जीत मुकेश सहनी को एनडीए से बगावत का जवाब होगा.

बोचहां में पासवान वोट भी निर्णायक

चूकि बोचहां विधानसभा में जातीय समीकरण बेहद अहम है. इस सीट पर मुस्लिम, यादव और भूमिहार मतदाता निर्णायक संख्या में हैं. इसके बाद पासवान, रविदास और कोइरी जातियां आती हैं. करीब 3 लाख मतदाताओं वाले बोचहां में अगर पासवान जाति का बीजेपी को मिलता है तो यह बीजेपी उम्मीदवार की चुनावी जीत तय करने में अहम भूमिका निभाएगा.

क्या चिराग के साथ आएंगे पासवान वोटर

अब जब आरजेडी ने दिवंगत विधायक मुसाफिर पासवान के बेटे अमर पासवान को मैदान में उतार दिया है तो बीजेपी पासवान वोटो को अपने पाले में करने के लिए मुजफ्फरपुर के सांसद अजय निषाद ने चिराग पासवान से मुलाकात की है. अमर पासवान और चिराग पासवान की जाति एक ही है. हालांकि बिहार में अब तक रामविलास पासवान को पासवान जाति का नेता माना जाता रहा और अब उनके बेटे चिराग खुद को पासवान का नेता बताते हैं. ऐसे में अगर बोचहां में पासवान जाति के वोटर बीजेपी के लिए गोलबंद होते हैं तो इससे बेबी कुमारी की राह आसान हो जाएगी

Source : Tv9 bharatvarsh

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