मुंबईः जाने-माने संगीतकार और गायक बप्पी लाहिरी का 69 साल की उम्र में मुंबई के क्रिटिकेयर हॉस्पिटल में निधन हो गया। ‘बप्पी लहरी को अस्पताल में एक महीने भर्ती रखा गया था. इसके बाद उन्हें 15 फरवरी को छुट्टी दी गई थी. लेकिन मंगलवार को उनकी तबीयत फिर अचानक बिगड़ी. इसके बाद परिवार ने घर पर ही डॉक्टर को बुलाने के लिए कॉल की थी. बाद में उन्हें अस्पताल लाया गया था. उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याएं थीं. उनका निधन मंगलवार रात को ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया (OSA) के कारण हुआ है.’
थी एक अलग पहचान
बप्पी लहरी हमेशा से फिल्मों में अपनी एक अलग आवाज और संगीत के लिए जाने जाते थे। इसके अलावा उनकी पहचान उनके सोने के गहनों से भी होती थी। बप्पी लीजेंड्री सिंगर किशोर कुमार के भतीजे लगते थे। बप्पी लहरी के परिवार में उनकी पत्नी, बेटे बप्पा लाहिड़ी और बेटी रमा लाहिड़ी हैं. बप्पी हिंदी, कन्नड़, तेलुगु और उड़िया सहित अलग-अलग भाषाओं में 5 हजार से अधिक गीतों में संगीत दिया। उनके लोकप्रिय गीतों में यार बिना चैन कहां रे (साहेब), आई एम डिस्को डांसर ( डिस्को डांसर), आज रपट जाएं ( नमक हलाल), रात बाकी (नमक हलाल), दे दे प्यार दे ( शराबी), तम्मा तम्मा ( थानेदार), ऊ ला ला ( द डर्टी पिक्चर) शामिल हैं।
जीवनी
बप्पी लाहिरी का जन्म 27 नवंबर 1952 को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था। बप्पी लाहिरी ने साल 1973 में हिंदी फिल्म नन्हा शिकारी में पहली बार संगीत दिया था। इसके एक साल बाद उन्होंने बांग्ला फिल्म दादू में भी संगीत देने का काम किया। बॉलीवुड में उनकी पहचान फिल्म जख्मी से हुई। यह फिल्म साल 1975 में रिलीज हुई थी। बतौर संगीत निर्देशक इस फिल्म से उनको काफी लोकप्रियता हासिल हुई। वे ना सिर्फ एक अच्छे संगीत निर्देशक थे बल्कि एक अच्छे गायक भी थे। उन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मों में संगीत दिए और गाने गाए।