प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष एवं सांसद अजय निषाद ने कहा है कि वीआईपी नेता मुकेश सहनी के चले जाने से एनडीए पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बनारस से लौटाए जाने पर राज्य सरकार के मंत्री एवं वीआईपी नेता मुकेश सहनी द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर लगाए गए आरोपों के संबंध में पत्रकारों से बात करते हुए सांसद ने कहा है कि भाजपा ने उन्हें हमेशा सम्मान दिया है। वे यूपीए से लोकसभा का चुनाव लड़े और हार गए। एनडीए से भी विधानसभा का चुनाव लड़े और फिर हार गए। इसके बावजूद भाजपा ने उन्हें सम्मान देते हुए एमएलसी बनाया और मंत्री भी बनाया।
बनारस से वापस लौटाए जाने की चर्चा करते हुए अजय निषाद ने कहा कि उस घटना से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कुछ भी लेना-देना नहीं है। इतने बड़े प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास इतनी छोटी-छोटी बातों के लिए फुर्सत नहीं है। बनारस में मंत्री मुकेश सहनी के जो भी घटना हुई, वह कोविड के नियमों के उल्लंघन का मामला है। वे प्रतिमा लगाने की घोषणा कर दल-बल के साथ जा रहे थे। हाई कोर्ट से भी प्रतिमा लगाने पर रोक है। किसी स्थान पर प्रतिमा लगाने से पहले अगर वह स्थान नगर परिषद या नगर निगम क्षेत्र में आता है तो संबंधित परिषद या निगम से अनुमति के बिना प्रतिमा नहीं लगायी जा सकती है। वहां के अधिकारियों ने नियम और आदेश की अवहेलना की अनुमति नहीं देते हुए कार्रवाई की। विधि व्यवस्था संभालना वहां के डीएम और एसपी की जिम्मेदारी है। उसी के तहत कार्रवाई हुई है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा कुर्बानी देना जानती है। बिहार में नीतीश कुमार एनडीए से अलग हटकर राजद के साथ चुनाव लड़े और सरकार बनाए। बाद में मुख्यमंत्री को गलती का अहसास हुआ और वे फिर एनडीए में शामिल हुए। इस बार जेडीयू को कम सीटें मिलीं, फिर भी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया गया।
Input: live hindustan