कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लॉकडाउन-4 में 28 दिनों के बाद छूट के पहले दिन बुधवार को बाजार में खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग दो गज की दूरी की अनिवार्यता भूल गए। खासकर कपड़े की दुकानों में काफी संख्या में सोशल डिस्टेंसिंग तो भूल ही गए। सीमित संख्या और मास्क के साथ ही दुकान में एंट्री कराए जाने की कोई भी व्यवस्था पहले दिन नहीं दिखी। दुकानों के आगे किसी तरह का कोई घेरा या अन्य कोई तरीका भी नहीं दिखा, जिससे भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। दुकानें खुलने व सड़कों पर आवाजाही बढ़ने के कारण सुबह से लेकर दोपहर तक सरैयागंज समेत कई इलाकों में जाम लगा रहा।
गाड़ियों की आवाजाही से लेकर मालवाहक ठेलों और अन्य वाहनों के कारण दोपहर तक यही स्थिति रही। टावर चौक पर पुलिस के जवान मोर्चा संभालते नजर आए और भीड़-भाड़ बढ़ने पर ट्रैफिक को नियंत्रित किया। दोपहर दो बजते ही सरैयागंज में कपड़े की दुकानों के शटर गिरने लगे थे। सूतापट्टी में दुकानें में निर्धारित अवधि के बाद भी खुली रहीं। दोपहर दो बजे के बाद पुलिस की गाड़ी मोतीझील, कल्याणी समेत अन्य इलाकों में घूमी और दुकानों को सख्ती से बंद कराया।
कई इलाकों में प्रतिबंधित दुकानें भी खुलीं : जिला प्रशासन की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार बुधवार को कपड़ा, किताब, स्पोर्ट्स दुकान और सैलून, टायर व लुब्रिकेंट, ऑटोमोबाइल, स्पेयर पार्ट्स की दुकान खुलनी थी। लेकिन गोबरसही, माड़ीपुर, भगवानपुर समेत शहर के कई इलाकों में दूसरी दुकानें भी आंशिक रूप से खुली रहीं। कहीं आधा शटर गिरा रहा तो कहीं पूरी दुकान खुली रही। इन इलाकों में हार्डवेयर, जूता-चप्पल से लेकर चायपत्ती बिक्री की दुकानें समेत अन्य खुले हुए दिखे।
आज ड्राई क्लीनर्स, पंखे-कूलर की दुकानें खुलने की है बारी
इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स, पंखा, कूलर, एयर कंडीशन, मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप, यूपीएस बैटरी, सोना-चांदी, बर्तन, ड्राई क्लीनर्स, जूता-चप्पल, निर्माण सामग्री के भंडारण व बिक्री से संबंधित प्रतिष्ठानों में सीमेंट, स्टील, बालू, स्टोन, गिट्टी, ईंट, प्लास्टिक पाइप, सेनेटरी, फिटिंग, लोहा, पेंट, सेंटरिंग की दुकानें गुरुवार को खुलेंगी।
Input: dainik bhaskar