मुजफ्फरपुर/मड़वन। रसुलपुर में जब टीम ने कमलेश ठाकुर के घर पर छापेमारी की तो वहां एक कमरे में पेटी में नोटों के बंडल मिले। टीम जब तक आगे कार्रवाई करती धंधेबाजों की रिश्तेदार एक युवती उक्त पेटी (बैग) को लेकर भागने लगी। पुलिस ने उसका पीछा किया तो पेटी फेंककर भाग गई। इसमें दो हजार और पांच सौ के नोटों के बंडल मिले। इसके बाद टीम विरेंद्र ठाकुर के घर पर छापेमारी करने पहुंची। आरोपित ने विरोध किया। पुलिस के वरीय अधिकारियों से पहचान होने की धौंस देने लगा। मोबाइल निकालते हुए कहने लगा कि अभी बात करवाता हूं। वर्दी उतरवा देने की धमकी दी। पुलिस ने जब सख्ती दिखाई तो वह टूट गया। स्थानीय एक मुखिया को बुलाया गया। इसके बाद उसके घर की तलाशी ली गई। वहां से शराब और हथियार बरामद हुए। विरेंद्र ठाकुर और उसके पुत्र राहुल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
बड़े गिरोह से जुड़ा स्कूल संचालक
एसएसपी ने कहा कि गिरफ्तार अभयानंद वर्तमान में सरगणेशदत्त नगर में रहता है। एक निजी स्कूल भी चलाता है। इसकी आड़ में शराब का धंधा भी करता है। जिले के एक बड़े शराब धंधेबाज के गिरोह से जुडऩे की बात सामने आई है। इसमें सकरा इलाके का भी एक बड़ा शराब माफिया शामिल है। इस बिंदु पर छानबीन हो रही है।
अंतरराज्यीय गिरोह से भी संपर्क
इस गिरोह का अंतरराज्यीय शराब धंधेबाजों से भी संपर्क होने की बात सामने आई है। जब्त मोबाइल से इसके ठोस साक्ष्य मिले हैं। वाट्सएप चैटिंग और कॉल डिटेल्स से भी इसका पता लगा है। हाल में शराब की कई बड़ी डील की गई थीं।
– धंधेबाज ने पकड़े जाने पर वरीय अधिकारियों से पहचान होने की देने लगा धौंस।
– निजी स्कूल की आड़ में चल रहा था शराब का धंधा, बड़े सिंडिकेट से जुड़े हैं सभी ।
– दो हजार और पांच सौ के नोटों के बंडल मिले। इसके बाद टीम विरेंद्र ठाकुर के घर पर छापेमारी करने पहुंची।
Source : Dainik Jagran
I’ve been browsing online greater than 3 hours lately, but I by no means discovered any attention-grabbing article like yours. It’s beautiful worth sufficient for me. In my opinion, if all website owners and bloggers made just right content as you did, the internet can be a lot more useful than ever before. “Truth is not determined by majority vote.” by Doug Gwyn.
Its like you read my mind! You seem to understand so much approximately this, like you wrote the e-book in it or something. I believe that you just can do with some percent to drive the message house a little bit, but other than that, this is wonderful blog. A great read. I will certainly be back.