मुजफ्फरपुर, स्मार्ट सिटी को लेकर चल रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर आइआइटी पटना की टीम ने भवन निर्माण काम का निरीक्षण किया। कंपनीबाग में बन रही कमांड कंट्रोल बिल्डिंग की दीवार को देखकर नाराजगी जताई। इसका प्लास्टर लेबल ठीक करने पर बल दिया। टीम का नेतृत्व डा. सौरभ गुर कर रहे हंै। वहीं, सात सदस्य टीम में शामिल हैं।
इस तरह से चला निरीक्षण
टीम सदस्यों ने निरीक्षण के दूसरे दिन कंपनीबाग में कमांड कंट्रोल बिङ्क्षल्डग को देखा। 11 करोड़ 62 लाख की लागत से यह काम चल रहा है। यहां पूरी दीवार का लेबल देखा। इसके बाद 177 करोड़ की लागत से सिकंदरपुर मन के सौंदर्यीकरण का टीम ने निरीक्षण किया। सदस्यों कहा कि स्मार्ट सिटी का यह महत्वपूर्ण काम इतना पीछे क्यों चल रहा है। डीएम कोठी के ठीक पीछे योग पार्क स्टेशन का निर्माण शुरू हो चुका है। इसके लिए सरिया बांधने का निरीक्षण टीम ने किया। सिकंदरपुर मन की डिजाइन को लेकर स्मार्ट सिटी अधिकारियों के साथ विमर्श किया। लेजर शो का प्रस्ताव सिकंदरपुर मन में दिया गया। डीएम कोठी के सामने पार्क का काम अभी शुरू नहीं हो सका है। जुब्बा सहनी पार्क का जीर्णोद्धार चल रहा है। बारिश शुरू होने के पहले जुब्बा सहनी पार्क व सिटी पार्क में मिट्टी की लेबङ्क्षलग पूरी कर लेने की टीम ने हिदायत दी। बारिश शुरू होने के कुछ दिनों के बाद फूल लगाने का भी काम शुरू करने पर बल दिया।
पहले दिन ये मिली थीं खामियां
पहले दिन स्मार्ट सिटी के ड्रेनेज सिस्टम के निर्माण पर आइआइटी की टीम ने गंभीर सवाल उठाए हैं। टीम ने कहा है कि निर्माण के लिए तैयार डीपीआर का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। यह सिविल कंस्ट्रक्शन कोड के हिसाब से ठीक नहीं है। स्मार्ट सिटी से थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन के करार के कारण आए अधिकारियों ने बेतरतीब अमानक नाला निर्माण पर नाराजगी जताई। टीम ने बैरिया चौक पर नाले की दीवार तोडऩे व कंपनीबाग में छड़ बदलने का आदेश दिया। बैंक रोड में बालू, गिट्टी व सीमेंट के गारे में मिट्टी मिली होने की आशंका पर निर्माण एजेंसी को क्वालिटी टेस्ट रिपोर्ट देने को कहा। टीम के निरीक्षण के बाद हड़कंप मचा है।
इनपुट : जागरण
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