दुमका : बिहार में शराबबंदी है इसके बावजूद इसकी तस्करी जारी है. पढ़ाई करने की जगह अब छात्र भी इस अवैध धंधे में शामिल हो गए हैं. झारखंड के दुमका में पुलिस ने शराब के साथ गुरुवार को तीन छात्रों को पकड़ा है जो सभी बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि शराब के धंधे के लिए इन्होंने स्कॉलिरशिप के पैसे का इस्तेमाल किया है. झारखंड से शराब लाकर सभी बिहार में बेचते थे. पकड़े जाने के बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है.
दुमका के हंसडीहा थाना प्रभारी आकृष्ट अमन के बताया कि गुरुवार को उन्हें सूचना मिली थी कि दोपहर करीब 2:30 बजे हंसडीहा के रास्ते भागलपुर जाने वाली श्री हरि यात्री बस से कुछ लोग शराब लेकर बिहार जाने वाले हैं. सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस की टीम महादेवगढ़ स्थित चेकपोस्ट पर पहुंची. जब यात्री बस की जांच की तो पुलिस को तीन थैले से 84 बोतल शराब मिली. इसके बाद बस की पीछली सीट पर बैठे तीनों तस्करों को पकड़ लिया. पकड़े गए तीनों शराब तस्कर की पहचान बिहार के भागलपुर जिले इस्माईलपुर थाना क्षेत्र के छोटी पर्वता गांव निवासी, संजीव कुमार, निलेश कुमार और प्रीतम कुमार के रूप में की गई. वहीं, पुलिस ने बरामद शराब सहित तीनों शराब तस्करों को आगे की कार्रवाई के लिए उत्पाद विभाग के सुपुर्द कर दिया.
यूनिफॉर्म खरीदने के लिए मिला था पैसा
इस मामले में पकड़े गए तीनों छात्रों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया. बताया कि स्कूल से यूनिफॉर्म खरीदने के लिए सरकार से सबको 6000 रुपये स्कॉलरशिप के मिले थे. बिहार में शराबबंदी के बाद भी शराब तस्करी का धंधा शुरू किया था जिससे मुनाफा होने लगा. बिहार के सीमावर्ती राज्य झारखंड से शराब खरीदकर उसे अलग-अलग थैले में भरकर बिहार लाने लगे थे. चोरी छुपे इन शराब को बेचकर वह मुनाफा कमा रहे थे.
Source : abp news