चारा घोटाला (Fodder scam) के डोरंडा मामले में सजा काट रहे लालू प्रसाद (Lalu prasad) की किंडनी संबंधी समस्या ने वृद्धि हो गई है. बिहार की राजनीति की धूरी माने जानेवाले लालू प्रसाद की तबीयत बुधवार को बिगड़ गई है जिसके बाद उन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया है. लालू प्रसाद की किडनी पहले ही 80 प्रतिशत खराब हो चुकी थी. अब रांची रिम्स के डाक्टरों का कहना है कि पिछले 20 दिनों के भीतर उनकी किडनी और अधिक डैमेज हो गई है. उनकी किडनी के फंक्शन का स्तर पहले से ज्यादा गिर गया है. रिम्स के पेईंग वार्ड मे लालू प्रसाद को जब भर्ती कराया गया था तब उनकी क्रिएटिनीन लेवल 3.5 था. अब नए रिपोर्ट में यह 4.1 है.
वहीं, इजीएफआर 18 से घटकर 15.3 प्रतिशत हो गया है. डाक्टरों के अनुसार, उनकी सेहत सुधरने के बजाय खराब होती नजर आ रही है
4th स्टेज में है लालू प्रसाद की किडनी
लालू प्रसाद का इलाज कर रहे रिम्स के मेडिसीन विभाग के एचओडी डॉक्टर विद्यापति ने बताया कि लालू प्रसाद की किडनी खराब है और वह स्टेज 4 में हैं. ऐसे में इस तरह का क्रिएटिनीन लेवल का बढ़ना घटना असामान्य नहीं है. ऐसे मामलों में अक्सर ऐसा होता रहता है. पिछले महीने 15 फरवरी को जब लालू यादव पेइंग वार्ड में भर्ती कराए गए थे तो इलाज के लिए सात डाक्टरों की टीम बनाई गई थी. इसमें सभी विशेषज्ञ डाक्टर शामिल हैं इसी टीम की निगरानी में लालू यादव का इलाज अब भी जारी है. डाक्टरों की टीम इस कवायद में जुटी हुई थी कि अब और अधिक किडनी खराब नहीं हो, लेकिन नई जांच रिपोर्ट में साफ कर दिया है कि डाक्टरों का प्रयास सार्थक साबित नहीं हो रहा है. पेइंग वार्ड में तमाम सुविधाओं के बावजूद लालू यादव तनावग्रस्त हैं और इसका असर किडनी पर पड़ रहा है
कई गंभीर बिमारियों से पीड़ित हैं लालू प्रसाद
दरअसल लालू प्रसाद कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं. डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, किडनी रोग, किडनी में स्टोन, तनाव, थैलेसीमिया, प्रोस्टेट का बढ़ना, यूरिक एसिड का बढ़ना, ब्रेन से सम्बंधित बीमारी, कमज़ोर इम्यूनिटी, दाहिने कंधे की हड्डी में दिक्कत, पैर की हड्डी की समस्या, आंख में दिक्कत है. यही वजह है कि कोर्ट ने उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रिम्म में रहने की राहत दी है.
Source : Tv9 bharatvarsh