श्री दीपक कुमार सिंह प्रधान सचिव पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग-सह प्रभारी सचिव मुजफ्फरपुर ,की अध्यक्षता में कोविड-19 वायरस के बढ़ते संक्रमण की स्थिति के मद्देनजर सभी संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ विशेष समीक्षात्मक बैठक सर्किट हाउस में आहूत की गई ।बैठक में प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार ,जिलाधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ,वरीय पुलिस अधीक्षक जयंतकांत के साथ एसकेएमसीएच के प्राचार्य, अधीक्षक और सदर अस्पताल के चिकित्सकगण उपस्थित थे ।
बैठक में जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर द्वारा जिले में कोविड-19 वायरस की अद्यतन स्थिति एवं कोविड संक्रमण से बचाव तथा इस हेतु की गई तैयारियों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। उनके द्वारा बताया गया कि जिले में अभी तक कुल 12000 कोविड के संभावित मरीजों का सैम्पलिंग किया गया है जिसमें से 1342 पॉजिटिव पाए गए हैं तथा कुल 1033 पॉजिटिव मरीजों की अभी तक रिकवरी हो चुकी है ।वर्तमान में कुल 309 एक्टिव केस हैं ।प्रभारी सचिव ने निर्देश दिया कि एसकेएमसीएच एवं सदर अस्पताल एवं सभी प्राथमिक केंद्रों में कोविड-19 से संबंधित संचालित नियंत्रण कक्ष को मिलाकर जिला स्तर पर एक केंद्रीयकृत नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाए। उक्त नियंत्रण कक्ष में कम से कम 20 हंटिंग लाइन/ लैंडलाइन टेलिफोन स्थापित करें। सभी फोन पर तीन पारियों में कार्यपालक सहायकों के प्रतिनियुक्ति करा जाए। तीन पाली में एसडीसी की प्रतिनियुक्ति की जाए तथा वरीय प्रभार में अपर समाहर्ता स्तर के अधिकारी को लगाया जाए ।प्रभारी सचिव ने निर्देश दिया कि कोविड-19 से जुड़े सभी प्रकार की व्यवस्थाओं, पर्यवेक्षण तथा अनुश्रवण हेतु अलग-अलग कोषांग का गठन किया जाए।
कोविड जांच कोषांग, आवश्यक उपकरण एवं दवाओं की उपलब्धता संबंधी कोषांग, मॉनिटरिंग ऑफ मेडिसिन(केमिस्ट &ड्रगिस्ट ) सेल, मैनेजमेंट ऑफ कोविड केयर सेंटर सेल, एंबुलेंस एंड मोर्चरी वाहन सेल ।निर्देशित किया गया कि कोविड के मामलों को लक्षण के अनुसार विभक्त करते हुए विभिन्न अस्पतालों, रेफरल सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर पर उपचार की समुचित व्यवस्था की जाए। सभी आइसोलेशन सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीमीटर, ग्लूकोमीटर एवं आवश्यक दवाओं की हमेशा उपलब्धता रहे इसे सुनिश्चित कराया जाएगा ।सभी आइसोलेशन सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर में दो पाली में कम से कम एक- एक एमबीबीएस चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ की अनिवार्य रूप से प्रतिनियुक्ति की जाए ।मुजफ्फरपुर जिले में कम से कम 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में कम से कम 30- 30 बेड का कोविड केयर सेंटर तैयार कराने का निर्देश दिया गया। सभी आइसोलेशन सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर के सभी बेड पर ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ-साथ कम से कम तीन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था की जाए ताकि ऑक्सीजन सिलेंडर एकाएक खत्म होने पर उसका उपयोग किया जा सके ।
अधीक्षक एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर द्वारा हाईफ्लो मास्क के उपयोग हेतु सुझाव दिया गया इसमे ऑक्सीजन की खपत कम होती है ।अधीक्षक, प्राचार्य-एसकेएमसीएच और सदर अस्पताल के चिकित्सकों को निर्देश दिया गया कि आपस में सामूहिक साझेदारी से कोविड के पॉजिटिव मरीजों के समुचित उपचार हेतु स्टैंडर्ड लाइन ऑफ ट्रीटमेंट तैयार कर सभी कोविड अस्पतालों, आइसोलेशन सेंटर,कोविड केयर सेंटर एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को शीघ्र ही उपलब्ध करा दी जाए। प्रभारी सचिव द्वारा निर्देश दिया गया कि आइसोलेशन सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर या रेफरल सेंटर में सभी जगह एक-एक अटेंडेंट वेटिंग रूम तैयार कर उसे कार्यशील बना दिया जाए ।बैठक में प्लाज्मा बैंक तैयार कर प्लाज्मा थेरेपी का कार्य शुरू करने को लेकर विचार विमर्श किया गया ।निर्देश दिया गया कि जिला स्तर से लेकर सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोविड मरीजों के लिए अलग से एंबुलेंस की व्यवस्था तथा मोर्चरी वाहन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित हो ।साथ ही बायो मेडिकल वेस्ट का प्रॉपर डिस्पोजल हो ताकि संक्रमण की संभावना नहीं रहे।
प्रभारी सचिव द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी चिकित्सक एवं पारा मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही कहा गया कि जिले के निजी अस्पतालों के प्रबंधकों ,संचालकों एवं आई एम ए के प्रतिनिधि के साथ बैठक कर उनके चिकित्सा संस्थानों एवं चिकित्सक पैरामेडिकल स्टाफ को कोविड के उपचार हेतु उपयोग करने की सहमति प्राप्त कर तदनुसार कार्रवाई की जाए।कोविड के मरीजों की टेस्टिंग रिपोर्ट समय से जारी कराने का निर्देश अधीक्षक एसकेएमसीएच को दिया गया साथ ही जांच क्षमता को और अधिक बढ़ाने का निर्देश दिया गया। कंटेनमेंट जोन में मोबाइल मेडिकल टीम की जांच कराने का निर्देश दिया गया तथा उसके आसपास के क्षेत्रों में लॉकडाउन को प्रभावी रूप से लागू करने का निर्देश दिया गया। प्रभारी सचिव द्वारा निर्देश दिया गया कि शहरी क्षेत्रों के अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में भी मास्क को लेकर सघन जागरूकता अभियान चलावे।वरीय पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया गया कि अपने अधीनस्थ थाना प्रभारियों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को अधिक से अधिक मास्क का उपयोग करने हेतु प्रेरित किया जाए। वहीं जिला अधिकारी को निर्देश दिया गया कि जीविका दीदी, सेविका, विकास मित्रों, आशा ,किसान सलाहकार आदि के माध्यम से भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को मास्क लगाने हेतु जागरूक कराया जाय।
Unlock powerful gear and conquer every enemy! Lucky Cola
ivermectin 3mg tablets – order candesartan generic buy tegretol 400mg generic