इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) मानक तय कर सस्ते इलाज को लेकर जिलों में अस्पताल खोलेगा। इसके लिए सभी सदस्यचिकित्सकों को प्रेरित करेगा और उन अस्पतालों की ब्रांडिंग भी करेगा।
होगी ब्रांडिंग
कोई चिकित्सक अपने अस्पताल में आईएमए के निर्धारित मानक के अनुसार साफ-सफाई, चिकित्सकों व कर्मियों की तैनाती करेगा या अपने अस्पताल के कुछ बेड को गरीब मरीजों के इलाज के लिए आरक्षित करेगा तो उसकी भी ब्रांडिंग करेगा। आईएमए के राष्ट्रीय निर्वाचित अध्यक्ष डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह ने रविवार को इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आईएमए के राष्ट्रीय अधिवेशन में इसपर विमर्श किया जाएगा। श्री सिंह ने रविवार को आईएमए भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी।
तीसरी बार बिहार में होगा राष्ट्रीय कांफ्रेंस
राष्ट्रीय कांफ्रेंस को लेकर गठित स्वागत समिति के अध्यक्ष डॉ. कैप्टन विजय शंकर सिंह ने कहा कि बिहार में तीसरी बार आईएमए का राष्ट्रीय कांफ्रेंस होने जा रहा है। इसके पूर्व 1988 व 2006 में पटना में राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि पूरे कार्यक्रम में कोरोना नियमों का पालन किया जाएगा। प्रेस कांफ्रेंस में आईएमए, बिहार के सचिव डॉ. सुनील कुमार, पूर्व अध्यक्ष डॉ. बसंत सिंह, डॉ. ब्रजनंदन कुमार व अन्य प्रमुख चिकित्सक मौजूद थे।
बिहार में बीमार हो जाने पर इलाज महंगा मुद्दा है। अस्पताल और डॉक्टर की फीस, जांच की दर और दवाओं की कीमत आम आदमी की कमर तोड़ रहा है। गरीब गुरबों के लिए इलाज कराने के लिए घर बार भी बेचना पड़ता है। ऐसे में आईएमए की यह पहल काफी संतोष और सुकून देने वाली है।
Input : live hindustan