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मोतिहारी – जिले के पताही थाना क्षेत्र के देवापुर गाँव निवासी बिन्दा सहनी का मामला मानवाधिकार आयोग में पहुँचते ही पुलिस ने जाँच की गति को तीव्र कर दिया। नतीजतन छह दिनों से लापता बिन्दा सहनी के शव को बगल के गाँव से बरामद कर लिया गया। मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा ने आज ही राष्ट्रीय व राज्य मानवाधिकार आयोग को मामले से अवगत कराया था। मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा के हस्तक्षेप पर पुलिस सकते में आ गई और जाँच की गति को तीव्र कर दिया।

विदित हो कि बिन्दा सहनी विगत 12 जुन से लापता थे। इस सम्बंध में परिजनों के द्वारा स्थानीय थाना को भी आवेदन दिया गया था, जिसमें परिजनों ने स्पष्ट किया था कि लहसनिया गाँव के मोहम्मद बैतूल्लाह, मोहम्मद मसीर और सेराजुनेशा ने अपने मकई के खेत को बिजली के तार से घेर दिया था, जिसमें सटकर बिन्दा सहनी की मौत हो गई। आवेदन में परिजनों द्वारा इनलोगों पर लाश को छुपा देने का आरोप लगाया था।

जब पुलिस लाश बरामद नहीं कर सकी, तो पुरे मामले के सम्बन्ध में मानवाधिकार मामलों के अधिवक्ता डॉ. एस. के. झा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली एवं बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग, पटना को अवगत कराया तथा उन्होंने अवकाश प्राप्त न्यायाधीश से पुरे मामले की जाँच कराने की पहल की। मामला मानवाधिकार आयोग पहुँचते ही पुलिस सकते में आ गई और जाँच की गति को तीव्र कर दिया। नतीजतन लाश को बरामद कर लिया गया। मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा ने कहा कि लाश बरामद होना पर्याप्त नहीं है, पुलिस के द्वारा दोषियों के विरुद्ध कड़ी-से-कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

201 thoughts on “उधर मामला पहुँचा मानवाधिकार आयोग, इधर पुलिस ने तीव्र अनुसन्धान कर शव किया बरामद”
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