मुजफ्फरपुर, जिले मे अपराधियों का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है. जिले मे पहली बार ऐसी कोई वारदात हुई है. जब डकैती करने आये डकैत ना सिर्फ डकैती किये बल्कि घर के एक सदस्य (16 वर्षीय लड़की) को भी उठा के अपने साथ ले गए.
घटना सदर थाना क्षेत्र के दिघरा गांव की है जँहा गुरुवार और शुक्रवार के दरम्यान रात एनएच 28 के किनारे शंभू पांडेय (किराना व्यवसायी) का घर है। रात के करीब 12:30 बजे डकैत छत के रास्ते घर में घुसे। अपराधियों ने घर की महिलाओं के साथ मारपीट की। अपराधी तीन लाख के गहने, 50 हजार रुपए कैश और घर में रखे सारे कीमती सामान समेटकर ले गए। वारदात के समय शंभू घर के बाहरी हिस्से में बने रूम में सो रहे थे। घर में उनकी पत्नी, दो बेटी और एक बेटा सो रहे थे। उनकी बड़ी लड़की को डकैतो ने मुंह व हाथ बांधा और उसे उठाकर ले गए।
डकैती और लड़की को अगवा किए जाने से परिवार में कोहराम मचा है। डकैती के बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस को फोन किया। घटनास्थल से सदर थाना की दूरी करीब 10 किलोमीटर है। 10-15 मिनट की दूरी तय करने में पुलिस को ढाई घंटे लग गए। डकैतों के चले जाने के काफी देर बाद पुलिस के जवान पहुंचे और पीड़ित परिवार से कहा कि सुबह आवेदन दे दीजिएगा। शुक्रवार सुबह पुलिस के जवान फिर पीड़ित के घर पहुंचे। बातचीत के दौरान एक पुलिसवाले ने कह दिया कि मामला प्रेम-प्रसंग का लग रहा है। यह सुनते ही गांव के लोग भड़क गए। पहले नोकझोंक हुई। इसके बाद हाथापाई की नौबत आ गई। लोगों का गुस्सा देख पुलिसवाले भागने लगे तो गांव के लोगों ने काफी दूर तक उन्हें खदेड़ा.
डकैती और पुलिस की कार्यशैली से नाराज ग्रामीणों ने शुक्रवार सुबह एनएच 28 जाम कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय विधायक बेबी कुमारी मौके पर पहुंची। विधायक भी लोगों के साथ धरने पर बैठ गईं। विधायक के आने के बाद पुलिसकर्मी फिर मौके पर पहुंचे। घटना की जानकारी मिलने पर जाप सुप्रीमो पप्पू यादव भी पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे. उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलकर घटना की पूरी जानकारी ली और कहा की दुर्भाग्यपूर्ण है कि पूरे मुजफ्फरपुर जिला में आज भी अपराधियों और माफियाओं का तांडव है। कोई भी घर सुरक्षित नहीं है। हमारी कोशिश है कि उनकी बिटिया की सकुशल घर वापसी हो।