मुजफ्फरपुर, 26 दिसंबर : बंदरा प्रखंड की लाइफलाइन कहे जानी वाली पिलखी हरपुर से तेपरी सैदपुर पूसा पुल को जोड़ने वाली सड़क के नव निर्माण की माँग को लेकर गुरुवार को सड़क निर्माण संघर्ष समिति, बंदरा के द्वारा समाहरणालय परिसर स्थित धरना स्थल पर एक दिवसीय सत्याग्रह (उपवास) सह धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया. इस दौरान सड़क नहीं तो वोट नहीं और जिला प्रशासन होश में आओ के नारे भी लगाए गए.
धरना को संबोधित करते हुए समिति के संयोजक युवा समाजसेवी धीरज कुमार ने कहा कि यह सड़क अत्यंत जर्जर स्थिति में है. आम अवाम को प्रतिदिन दुर्घटना का शिकार होना पड़ रहा है. बरसात के दिनों में यह तो जीवन मौत से लड़ने के बराबर हो जाता है. उन्होंने कहा कि सड़क नवनिर्माण की लड़ाई वर्षों से चल रही है, मगर शासन प्रशासन के द्वारा इस सड़क समेत पूरे बंदरा प्रखंड को उपेक्षित किया जा रहा है. विधानसभा चुनाव से पहले अगर इस सड़क के निर्माण नहीं होती है, तो सड़क नवनिर्माण को लेकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा. इस दौरान सड़क नहीं, तो वोट नहीं की नीति पर हम कम काम करेंगे.
उन्होंने कहा कि हम जिलाधिकारी महोदय से यह मांग करते हैं कि व्यापक जनहित को देखते हुए तत्काल इस सड़क को पीडब्ल्यूडी विभाग में स्थानांतरित कर चौड़ीकरण के साथ जीर्णोद्धार कराने की कृपा की जाए।
रघुनंदन प्रसाद उर्फ अमर बाबू ने कहा कि क्षेत्र में बूढीगंडक के पिलखी पुल के उत्तरी किनारे हरपुर बांध चौक से पीरापुर, पियर, रामपुरदयाल, रतवारा, महेशपुर तेपरी होते हुए यह सड़क सैदपुर पूसा पुल को जाती है। इसकी कुल लम्बाई 10.75 किमी है। विभागीय अभिलेख में इस सड़क का नाम बरगांव -शंकरपुर पथ है। यह सड़क बंदरा प्रखंड के पंचायतों के लिए लाईफ लाईन है। शंकरपुर तक जाकर यह सड़क समस्तीपुर जिला सीमा से जुड़ती है। क्षेत्र की जनता को प्रखंड एवं जिला मुख्यालय, बैंक, अस्पताल, स्कूल -कालेज, रजिस्ट्री आफिस, ढोली रेलवे स्टेशन, राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा आदि जगहों तक जाने के लिए यही एक मात्र सड़क है। इस क्षेत्र की लड़कियों को पढ़ने के लिए उमा पाण्डेय कॉलेज पूसा जाने के लिए भी यही एकमात्र सड़क है। ऐसे में इस सड़क के प्रति शासन -प्रशासन की उदासीनता दुर्भाग्यपूर्ण है।
धरना को डॉ श्यामकिशोर, धनंजय व्यास, सुबोध कुमार, जनार्दन प्रसाद ठाकुर, फ़नीश कुमार ( चुन्नू), अवनीश कुमार, संतोष कुमार इत्यादि ने भी संबोधित किया। मौके पर रंजन जायसवाल, मुकेश बिहारी, विकास चौधरी, उमाशंकर प्रसाद, रामहलाद ठाकर, जगतनारायण ठाकुर, प्रमोद कुमार पांडे समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।
जिलाधिकारी सहित तमाम अधिकारियों का मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में रहने के कारण समिति का मांग पत्र स्थापना में आवेदित किया गया। हालांकि जिलाधिकारी ने सड़क निर्माण संघर्ष समिति की पांच सदस्यीय टीम की शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय में मिलने के लिए बुलाया गया है।
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