मुजफ्फरपुर के नगर भवन सभागार में जिला प्रशासन एवं कला संस्कृति और युवा विभाग के तत्वावधान में गुरुवार को वीर बाल दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। इस मौके पर सिखों के दसवें गुरु गुरुगोविंद सिंह और उनके चारों साहिबजादों के बलिदान को याद किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सरदार पंजाब सिंह, सरदार बलबीर सिंह, सरदार गुरुजीत सिंह, सरदार जितेंदर सिंह, जसबीर कौर और मंजीत कौर शामिल हुईं।
जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी सुष्मिता झा ने सभी का स्वागत किया। उन्होंने बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के बलिदान की चर्चा की। उन्होंने दोनों बच्चों के बलिदान की चर्चा करते हुए कहा कि इनके बलिदान के बाद माता गुजरी जी ने भी अपने प्राण त्याग दिए थे। और इसी तरह गुरु गोविंद का पूरा परिवार सत्य और धर्म के लिए लड़ते हुए न्योछावर हो गया। माता गुजरी को भी सिख समुदाय में बहुत सम्मान के साथ याद किया जाता है। वह एक महान माता और एक सच्ची सिख संतन की मिसाल हैं।
पदाधिकारी के संबोधन के बाद उत्तराखंड के रागी जत्था ने सरदार फतेह सिंह के नेतृत्व में शबद की प्रस्तुति दी। सतनाम कौर, नवनीत कौर, देवेंदर कौर और जसविंदर कौर ने शहीदी कविता का पाठ किया। कार्यक्रम में शामिल हुए छोटे छोटे बच्चों ने संगीतमय प्रस्तुति दी। चैपमैन राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने शबद गायन कर सांस्कृतिक कार्यकम में समा बांध दिया। कार्यकम में गुरुद्वारा श्री सिंह सभा का विशेष सहयोग रहा।
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