मुजफ्फरपुर, जिले का मोतिपुर प्रखंड कार्यालय मंगलवार को रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. मामला इतना बढ़ गया कि कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल कामय हो गया. बता दे कि आज मोतीपुर प्रखंड कार्यालय में प्रखंड विकास पदाधिकारी (वीडीओ) द्वारा विशेष पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई गई थी. वीडीओ एवं अन्य कर्मी बैठक को संबोधित कर रहे थे. इतने में ही किसी बात को लेकर स्थानीय पंचायत सचिव और हरदी पंचायत के मुखिया के बीच दो दो हाथ होने लगा.
मुखिया की गिरफ्तारी तक प्रखंड में काम न करने का लिया गया निर्णय
मुखिया और सरकारी कर्मी पंचायत सचिव के बीच मामला इतना बढ़ गया कि मुखिया ने कर्मचारियों और अधिकारियों को भी गाली-गलौज करने के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट भी किया . हालांकि वहां उपस्थित लोगों ने बीच-बचाव किया. लेकिन स्थानीय मोतीपुर प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी के साथ-साथ सभी कर्मियों ने मुखिया जी की गिरफ्तारी तक कार्यालय परिसर में किसी तरह का कार्य न करने का निर्णय लिया.
अंचलाधिकारी ने कहा-इस परिस्थिति में काम करना संभव नहीं
अंचलाधिकारी अरविंद कुमार अजीत ने कहा कि इस परिस्थिति में कार्यालय में काम करना संभव नहीं है. जिसे मन करता है आकर किसी भी कर्मी को मारपीट करने लगता है. प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रशांत कुमार ने भी यह साफ कहा कि जिस तरह से जानलेवा हमला किया गया है इस स्थिति में कार्य करना काफी कठिन है. कानून समत कार्रवाई होगी, लेकिन जब तक मारपीट करने वाले मुखिया की गिरफ्तारी नहीं होती है तब तक के लिए सभी कर्मियों को अपना पेन डाउन कर काम का बहिष्कार करना है.ऐसे में कहा जा सकता है कि जन प्रतिनिधियों और सरकारी कर्मियों की लड़ाई मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में सभी कार्यों को पूर्ण रूपेण बाधित कर दिया.
इनपुट : प्रभात खबर
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