बिहार की राजधानी पटना में पुलिस के हत्थे चढ़े नकली डीएसपी की कहानी पुलिसवालों को हैरान कर रही है. उसके पास वर्दी और नेम प्लेट के अलावा पुलिस का बैच भी था. इन आपत्तिजनक चीजों को इस्तेमाल कर लोगों को डीएसपी का धौंस देने वाला शख्स अभी पुलिस की गिरफ्त में है. हालांकि उसकी एक्टिंग देखकर पुलिसवाले भी हैरान रह गए.
शातिर शख्स की पहचान विजय कुमार भारती के रूप में हुई है. पटना पुलिस की विशेष टीम ने उसे गांधी मैदान थाना क्षेत्र के कारगिल चौक से गिरफ्तार किया. फर्जी डीएसपी कारगिल चौक पर ऑटो चालक से भाड़ा को लेकर झगड़ा कर रहा था. हंगामा होते देख जब मौके पर पुलिस पहुंची तब ऑटो चालक से झगड़ा कर रहे शख्स ने खुद को डीएसपी बताया. इस पर गांधी मैदान थाने की पुलिस ने जब उससे उसका परिचय पत्र मांगा तो उसने अपना आईडी कार्ड दिखाया.
फर्जी डीएसपी का आईडी कार्ड देखकर पटना पुलिस पूरा माजरा समझ गई. इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई. जब फर्जी डीएसपी से पूछताछ की गई, तो पता चला कि उसका नाम विजय कुमार भारती है. जांच के दौरान उसने पुलिस को चौंकाने वाली बातें बताईं.
पिछले कई महीनों से विजय अपने माता पिता को फर्जी डीएसपी बनकर बेवकूफ बना रहा था. उसके माता-पिता ने पटना में पढ़ने के लिए भेजा था. वह बीपीएससी की तैयारी कर रहा था, लेकिन बार-बार परीक्षा देने के बाद भी कामयाब नहीं हुआ. माता-पिता की ख्वाहिश थी कि बेटा डीएसपी बने तो उनके डर से पुलिसकर्मी की वर्दी सिलवा कर अपने गांव पहुंच गया. वहां उसने घरवालों को बताया कि वह डीएसपी बन गया है. अपने गांव में भी उसने कई थानों में जाकर कई लोगों की पैरवी की.
पुलिस ने आरोपी के पास से डीएसपी की वर्दी, नेम प्लेट, कैप मुहर और दूसरे सामान जब्त किए हैं. पटना के एसएसपी ने बताया कि फर्जी डीएसपी मधुबनी जिले के फुलपरास थाने में एक केस में अपनी बहन की पैरवी भी कर चुका है. गिरफ्तारी के बाद उसने कई राज उगले हैं. इस मामले की जांच में पटना पुलिस जुट गई है.
इनपुट : आज तक
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