हिंदी सिनेमा जगत में कई ऐसे सितारे रहे जिन्हें आज भी याद किया जाता है. आज की पीढ़ी भी उन सितारों को अपना आइडल मानती है. आज हम आपको एक ऐसी अभिनेत्री के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका एक थप्पड़ की वजह से पूरा चेहरा ही बिगड़ गया था.
हम बात कर रहे हैं अपने समय की जानी-मानी अदाकारा रही ललिता पवार की. 18 अप्रैल को जन्मी ललिता पवार का असली नाम अंबा था. उन्होंने बतौर चाइल्ड अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी. ललिता पवार की पहली फिल्म के लिए उन्हें ₹18 की फीस दी गई थी. 1942 फिल्म जंग-ए-आजादी के दौरान ललिता पवार भी काम कर रही थी. इस फिल्म एक सीन में मुख्य अभिनेता को ललिता पवार को थप्पड़ मारना होता है.
सीन रोल हुआ एक्शन बोलते ही अभिनेता ने ललिता पवार को जोर का थप्पड़ जड़ दिया. अभिनेता के थप्पड़ के बाद ललिता पवार जमीन पर गिर गई और उनके कान से खून बहने लगा. सेट पर मौजूद लोग देखकर डर गए. तुरंत अभिनेत्री को अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में डॉक्टर की एक गलती के कारण अभिनेत्री का खूबसूरत चेहरा बिगड़ गया.
दरअसल इलाज के दौरान ललिता पवार को डॉक्टर ने गलत दवाई दे दी. जिसके कारण अभिनेत्री के दाएं हिस्से को लकवा मार गया. निर्माताओं ने उन्हें फिल्मों से निकालना शुरू दिया. कुछ ही समय में अभिनेत्री फिल्मी पर्दे से पूरी तरह से गायब हो गई. 1948 में एक बार फिर से ललिता पवार को दो फिल्मों दहेज और गृहस्थी में काम करने का मौका मिला. इन दोनों फिल्मों से अभिनेत्री की जिंदगी बदल गई.
फिल्म गृहस्थी में ललिता पवार ने मां का किरदार निभाया, जो कि लोगों को बहुत ही ज्यादा पसंद आया. 90 के दशक में आई रामायण में ललिता पवार ने मंथरा का किरदार निभाया. जिससे उनको सबसे ज्यादा लोकप्रियता मिली. आज भी दर्शकों को ललिता पवार द्वारा निभाया गया मंत्रा का किरदार बहुत ज्यादा पसंद आता है.
1988 में अभिनेत्री ललिता पवार ने अपने जीवन के अंतिम सांसे ली. तबीयत खराब होने के चलते अभिनेत्री को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अभिनेत्री का बेटा अपने परिवार के संग मुंबई में ही रहता था. जब एक दिन ललिता पवार के बेटे ने उन्हें फोन किया तो किसी ने फोन पर नहीं उठाया. जब वो घर पहुंचे तो दरवाजा लॉक होने की वजह से पुलिस ने दरवाजे को तोड़ दिया. दरवाजा खोलने पर सामने अभिनेत्री का शव पड़ा हुआ मिला था. इस तरह अभिनेत्री दुनिया को अलविदा कह गई.
Input : Bollywood News Hindi
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