फ़िल्म जगत के चमकते सितारे सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को सुसाइड कर लिया. उनके निधन से फिल्म जगत समेत पूरे देश में शोक की लहर है. उनका अंतिम संस्कार मुंबई मे किया जायेगा. उनके घर से सिर्फ पांच लोगो को जाने की अनुमति दी गई है. सुशांत के पिता के के सिंह, उनके भाई व विधायक नीरज कुमार सिंह ‘बबलू’, विधायक के दोनों बेटे और उनकी पत्नी कल सुबह फ्लाइट से मुंबई के लिए रवाना होंगे.
सुशांत सिंह राजपूत के पिता कृष्ण कुमार सिंह, भाई नीरज कुमार सिंह ‘बबलू’, उनके बेटे राज वर्धन और रवि वर्धन मुंबई जायेंगे. इनके साथ नीरज कुमार सिंह ‘बबलू’ की पत्नी नूतन सिंह भी मुंबई जाएंगी. सुशांत के अंतिम संस्कार में परिवार से 8 लोग शामिल होंगे. इन सभी 5 लोगों के अलावा सुशांत की 2 बहन और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के ओएसडी ओम प्रकाश सिंह भी शामिल होंगे.
दरअसल हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के ओएसडी ओम प्रकाश सिंह, सुशांत सिंह राजपूत के बहनोई हैं. जिनकी शादी सुशांत की बड़ी बहन रानी के साथ हुई है. उनकी बहन और बहनोई देर रात मुंबई पहुंच चुके हैं. ये लोग चंडीगढ़ से दिल्ली और फिर दिल्ली से सीधे मुंबई पहुंचे हैं. इनके अलावा सुशांत की एक और बहन पहले से ही मुंबई में मौजूद हैं.
बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत ने आज बांद्रा के अपने घर के कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. इस खबर के सामने आने के बाद फिल्म इंडस्ट्री से लेकर खेल जगत और राजनेता तक, सभी हैरत में पड़ गए. परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और सुशांत के फैंस को बड़ा झटका लगा. सुशांत के खुदकुशी करने की वजह अभी साफ नहीं हो सकी है.
रविवार के दिन सुशांत की दिन की शुरुआत सुबह साढ़े 6 बजे हुई. उठने के बाद सुशांत अपने कमरे में ही थे. सुबह 9:30 बजे सुशांत ने अनार का जूस लिया और अपने कमरे में खुद को बंद कर लिया. यह वह आखिरी समय था जब सुशांत को उनके रसोइए ने देखा था. सुबह 10:30 बजे कुक सुशांत से दोपहर के लंच के लिए क्या खाना है, यह पूछने के लिए गया तो सुशांत ने दरवाजा नहीं खोला. कुक दोबारा 12 बजे के करीब सुशांत के पास लंच में क्या खाना है पूछने के लिए गया था, इस बार भी सुशांत दरवाजा नहीं खोलने पर काफी देर तक दरवाजे पीटने और सुशांत को फोन करने के बाद भी जब जवाब नहीं मिला तो कुक समेत दो अन्य व्यक्ति जिसमें एक सर्वेंट हैं, वे घबरा गए.
एक सर्वेंट ने सवा 12 बजे सुशांत की बहन को फोन किया और पूरी बात बताई. सुशांत की बहन गोरेगांव में रहती हैं. इस जानकारी के बाद वह करीब 40 मिनट में बांद्रा पहुंच गईं. उन्होंने भी सुशांत को काफी आवाज लगाई, फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद 1:15 बजे चाबी वाले को फोन किया गया और बुलाया गया. लॉक नहीं खुला तो चाबी वाले ने लॉक को तोड़ दिया और जब अंदर यह लोग दाखिल हुए तो सुशांत का शरीर एक हरे रंग के कुर्ते से लटक रहा था. इसके तुरंत बाद चाकू से कुर्ते के एक हिस्से को काटकर सुशांत को नीचे उतारा गया. डॉक्टर को फोन किया गया और पुलिस को इसकी जानकारी दी गयी.