अमरोहा. ये कहानी एक ऐसी लड़की की है, जिसे जीवन में वो सब कुछ मिला था, जिसके लिए देश की लाखों बेटियां सपना देखती हैं. ऐसे माता-पिता जो उस पर जान न्यौछावर करते थे. समाज की तमाम मुश्किलों को झेलते हुए उन्होंने अपनी बेटी को पढ़ाया और काबिल बनाया. वह अपने पैरों पर खड़ी हो चुकी थी लेकिन उसकी जिंदगी तेजी से करवट भी लेने लगी थी. उसे गांव के ही एक कम पढ़े-लिखे लड़के से प्यार हो गया. परिवार इस प्यार के खिलाफ था, बस फिर क्या था. अपना प्यार पाने के लिए उस लड़की ने वो कदम उठाया, जिसका असर आज भी अमरोहा के हसनपुर क्षेत्र में दिखाई देता है. अपने ही माता-पित सहित 7 लोगों की हत्या करने वाली शबनम की फांसी का रास्ता साफ हो गया है.
उत्तर प्रदेश के अमरोहा (Amroha) जिले से हसनपुर क्षेत्र के गांव के बावनखेड़ी में रहने वाले शिक्षक शौकत अली की इकलौती बेटी शबनम (Shabnam) की ये कहानी है. शौकत अली के परिवार में पत्नी हाशमी, बेटा अनीस, राशिद, बहू अंजुम, बेटी शबनम व 10 महीने का मासूम पौत्र अर्श थे. शौकत अली ने इकलौती बेटी शबनम को बड़े अरमानों से पाला था. उसे बेहतर तालीम दिलवाई. शबनम एमए पास करने के बाद शिक्षामित्र भी हो गई थी. लेकिन इसी बीच शबनम का प्रेम प्रसंग गांव के ही आठवीं पास युवक सलीम से हो गया.
15 अप्रैल, 2008 को यूपी के अमरोहा जिले के बावनखेड़ी गांव में आधी रात करीब डेढ़ से दो बजे होंगे. एक लड़की के जोर-जोर से चीखने की आज सुनकर आस-पड़ोस वाले इकट्ठा हो जाते हैं. लोग जैसे ही घर के अंदर घुसते हैं, वहां के हालात देखकर दंग रह जाते हैं. अंदर लोगों को सात लाशें दिखती हैं. घर में अकेली सदस्य वह लड़की ही बची दिखती है. जीवित बची है ये 25 साल की लड़की शबनम थी और मारे गए लोग उसके मां-पिता, दो भाई, एक भाभी, मौसी की बेटी और उसका अपना भतीजा शामिल था.
हत्याकांड से सनसनी
आधी रात हुए इस सनसनी खेज हत्याकांड के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल जाती है. अमरोहा से लेकर लखनऊ तक शासन-प्रशासन में हड़कंप मच जाता है. लेकिन किसी को कुछ नहीं पता, सभी रोती-बिलखती शबनम को सांत्वना देने में जुट जाते हैं. शबनम के अनुसार उसके घर में लुटेरे घुसे और पूरे परिवार की हत्या कर दी. वह सिर्फ इसलिए बच गई क्योंकि वह बाथरूम में थी.
कॉल डिटेल और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद खुलासा
पुलिस इस शुरुआती जानकारी पर छानबीन करती है, पर उसे लुटेरों का कोई सुराग नहीं मिल पाता है. पुलिस को जब लुटेरों की थ्योरी से जुड़े सबूत नहीं मिलते हैं तो वह घटना स्थल पर अपना ध्यान केंद्रित करती है. शुरुआती जांच में पता चलता है कि मरने वाले किसी शख्स ने बचने की कोशिश तक नहीं की. सवाल उठने लगते हैं ऐसा कैसे? वहीं घर में लूटपाट के सबूत भी नहीं मिलते हैं. इसी बीच पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आती है और पुलिस चौंक जाती है. पता चलता है कि मरने वालों को मारने से पहले उनहें बेहोश किया गया था, इसमें शायद कोई दवाई आदि का इस्तेमाल किया गया.
पता चला शबनम प्रेगनेंट थी
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस की शक की सुई शबनम पर घूम गई. जांच तेज हुई तो शबनम की मोबाइल कॉल डिटेल्स खंगाली गईं. पता चला कि हत्या की रात शबनम की एक ही नंबर पर कई बात हुई. बाद में पुलिस को शबनम के प्रेगनेंट होने का भी पता चला, ये जानकारी इसलिए और भी केस में अहम हो गई क्योंकि शबनम शादी-शुदा नहीं थी. इसके बाद पुलिस ने शबनम से कड़ी पूछताछ शुरू कर दी. आखिरकार शबनम टूट गई और उसने जो कहानी बताई वह सुनकर सब हतप्रभ रह गए.
ये हुआ था उस रात
शबनम ने बताया कि उसका गांव के ही सलीम से प्रेम-प्रसंग है. लेकिन शबनम के परिवार को ये रिश्ता मंजूर नहीं था. आखिरकार शबनम ने सलीम के साथ मिलकर अपने ही पूरे परिवार को रास्ते से हटाने की प्लानिंग कर ली. हत्या की रात इन दोनों ने धोखे से पूरे परिवार को खाने में कुछ मिलाकर बेहोश कर दिया अज्ञैर उसके बाद कुल्हाड़ी से एक-एक करके सभी को मौत की नींद सुला दिया. पुलिस ने सलीम को भी दबोच लिया और बाद में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. सलीम की निशानदेही पर कत्ल में इस्तेमाल की गई कुल्हाड़ी भी पुलिस ने बरामद कर ली.
Input : News18