बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान “यास’ गुरुवार को हमसे टकराएगा। मौसम विभाग के मुताबिक शाम साढ़े पांच बजे तूफान पटना पहुंचेगा। बुधवार की सुबह ओडिशा के भद्रक जिले के बालासोर से टकराने के बाद तूफान कमजोर पड़कर “बेहद खतरनाक’ से “खतरनाक’ श्रेणी में तब्दील हो गया। ओडिशा के बाद तूफान पश्चिम बंगाल होते हुए झारखंड के रास्ते बिहार में प्रवेश करेगा।
यह बांका, जमुई, कटिहार, लखीसराय, भागलपुर होते हुए राज्य के अन्य भागों में अपना प्रभाव दिखाएगा। इससे पटना सहित 26 जिलों में भारी बारिश का अंदेशा है। वैसे तूफान की आहट में बुधवार से ही बांका, जमुई, लखीसराय, कहलगांव में 80 एमएम तक बारिश हुई। पटना में साढ़े पांच बजे शाम तक रुक-रुक के 1.9 एमएम, गया में 31 एमएम, भागलपुर में 9.9 एमएम, पूर्णिया 3.5 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। यास को लेकर सरकारी मशीनरी को हाई अलर्ट पर रखा गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी अलर्ट मोड में हैं।
राज्य में 160-255 एमएम से अधिक बारिश के आसार
तूफान का असर चार दिन रहेगा। पटना में 160 व अन्य हिस्सों में 255 एमएम बारिश के आसार है। इस दौरान 40 से 55 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेगी।
बिहार के सभी हिस्से में 13 डिग्री से. तक गिरेगा तापमान
राज्य में 27 मई की रात से पारा में गिरेगा। 28 से दिन और रात के तापमान में 4 से 13 डिग्री की कमी के आसार है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 29 व न्यूनतम 23 डिग्री रहेगा।
पटना में जलनिकासी की उचित व्यवस्था करते हुए बुडको ने अपने मुख्यालय में 24 घंटे काम करने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है।
तूफान से तबाही : ओडिशा में 1 मौत, बंगाल में 3 लाख घर तबाह, एक करोड़ लोग प्रभावित
तूफान “यास’ का बुधवार सुबह नौ बजे से लैंडफाल शुरू हुआ। करीब 10:30 से 11:30 बजे के बीच तूफान बालासोर पहुंचा। इस दौरान हवा की रफ्तार 130-145 किमी प्रति घंटे रही। दोपहर 1:30 बजे तक यास “खतरनाक’ श्रेणी में तब्दील हो गया। तूफान के चलते ओडिशा में तीन और बंगाल में एक व्यक्ति की मौत हो गई। दोनों राज्यों के 20 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने बताया, तूफान के लैंडफाल के दौरान बालासोर में समुद्र में तेज लहरें उठीं। बालासोर के अलावा भद्रक, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा भी प्रभावित हुए हैं। भारी बारिश के कारण मयूरभंज जिले के सिमलीपाल नेशनल पार्क इलाके में बुद्धबलंग नदी में बाढ़ आ गई। क्योंझर जिले में पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल में कोलकाता के कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि तूफान के चलते तीन लाख से ज्यादा घर तबाह हो गए और एक करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।
Source : Dainik Bhaskar